Vikrant Shekhawat : Jun 09, 2024, 08:23 AM
PM Modi Italy Visit: 9 जून को तीसरी बार पीएम पद की शपथ लेकने के बाद नरेंद्र मोदी अपनी पहली विदेश यात्रा पर इटली जाएंगे. प्रधानमंत्री मोदी ने जी-7 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए इटली की पीएम जॉर्जिया मेलोनी का निमंत्रण स्वीकार कर लिया है. जी7 देशों का शिखर सम्मेलन 13 से 15 जून तक इटली में आयोजित किया जाएगा. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि मोदी ने गुरुवार को इतालवी पीएम मेलोनी से बात की और इटली के पुगलिया में आयोजित होने वाले जी 7 शिखर सम्मेलन के आउटरीच सत्र के लिए निमंत्रण के लिए उन्हें धन्यवाद दिया.इटली कर रहा G7 की अध्यक्षताबता दें इस वर्ष इटली को G7 की अध्यक्षता मिली है. यह शिखर सम्मेलन में वैश्विक आर्थिक परिदृश्य, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार, जलवायु परिवर्तन और रूस-यूक्रेन युद्ध, इजरायल और हमास के बीच संघर्ष के प्रभावों जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर ध्यान केंद्रित होगा.G7 देशों में कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, यूके और अमेरिका शामिल हैं, जिसमें यूरोपीय संघ अतिथि के रूप में चर्चा में भाग ले रहा है. अपनी यात्रा के दौरान, पीएम मोदी अमेरिकी राष्ट्रपति और अन्य G7 नेताओं से मिलेंगे.भारत व्यस्त डिप्लोमेटिक शेड्यूलमीडिया रिपोर्ट के मुताबिक शपथ ग्रहण समारोह समाप्त होने के बाद भारत का कूटनीतिक कार्यक्रम बहुत व्यस्त होने वाला है. जी-7 से पहले विदेश मंत्री अक्टूबर में होने वाले ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की तैयारी के लिए 11 जून को रूस में ब्रिक्स विदेश मंत्रियों की बैठक में भाग लेंगे.भारतीय प्रधानमंत्री जून के अंतिम सप्ताह में बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना की मेजबानी करेंगे, उसके बाद जुलाई में कजाकिस्तान में एससीओ शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे, जहां चुनाव के बाद उनकी मुलाकात चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से हो सकती है.यूक्रेन को उम्मीद है कि भारत शांति शिखर सम्मेलन में भाग लेगायूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनकी चुनावी जीत के बाद बधाई संदेश में नई दिल्ली से आगामी शांति शिखर सम्मेलन में भाग लेने की अपील की है.जेलेंस्की ने वैश्विक मामलों में भारत की महत्वपूर्ण भूमिका और स्थायी शांति प्राप्त करने के लिए सामूहिक प्रयासों के महत्व पर प्रकाश डाला. प्रधानमंत्री मोदी ने जवाब में वैश्विक शांति की वकालत करने के लिए भारत की प्रतिबद्धता की पुष्टि की.हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि पीएम मोदी स्विटजरलैंड के बर्गेनस्टॉक में होने वाले यूक्रेन शांति शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे या नहीं. मार्च में, यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने नई दिल्ली का दौरा किया और भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मुलाकात की. अपनी बातचीत के दौरान, कुलेबा ने भारत से शांति शिखर सम्मेलन में भाग लेने का अनुरोध दोहराया और इस बात पर जोर दिया कि भारत महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है. हालांकि, जयशंकर ने कुलेबा की अपील पर सार्वजनिक रूप से कोई टिप्पणी नहीं की, जिससे मामले पर भारत की स्थिति अस्पष्ट बनी रही.