Vikrant Shekhawat : Dec 25, 2020, 04:19 PM
बिहार की राजधानी पटना से चुराई गई बुलेट पर झारखंड के दुमका में तैनात एक असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर (एएसआई) घूम रहा था। गोली बरामद हुई है। वहीं, दुमका के मुफस्सिल थाने में तैनात एएसआई को चोरी की गोली का इस्तेमाल करने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। बरामद गोली पटना के दिवाकर कुमार की बताई जा रही है।
जानकारी के मुताबिक, पटना के दिवाकर कुमार की गोली करीब पांच साल पहले चोरी हो गई थी। यह रिपोर्ट दिवाकर ने पटना के एसके पुरी पुलिस स्टेशन में भी दर्ज कराई थी। ऐसा कहा जाता है कि इस बात का खुलासा तब हुआ जब बुलेट के मालिक को बुलेट सर्विस करने के बाद चेसिस नंबर के आधार पर सर्विस सेंटर से एक संदेश मिला।ऐसा कहा जाता है कि दुमका के मुफस्सिल थाने में तैनात एएसआई अखलाक खान ने सर्विस एजेंसी को बुलेट दी। 23 दिसंबर की शाम को सर्विस सेंटर से पंजीकरण संख्या के आधार पर सर्विसिंग के बाद, बुलेट के मालिक को संदेश भेजा गया था कि सर्विसिंग हो चुकी है। वे सर्विसिंग चार्ज का भुगतान करके अपनी गोली ले सकते हैं। बुलेट मालिक को उनके दुमका में होने की जानकारी मिली। जब मालिक ने उस संदेश में दिए गए टोल नंबर पर कॉल किया, तो पूरे मामले की जानकारी मिली।यह सर्विसिंग सेंटर से आया था कि मुफस्सिल पुलिस स्टेशन में तैनात एक पुलिस अधिकारी ने सर्विस देने के लिए गोली दी थी। दिवाकर ने इसकी सूचना एसके पुरी थाने को दी और दुमका पुलिस से संपर्क कर गोली की बरामदगी का अनुरोध किया। दिवाकर ने दुमका के पुलिस अधीक्षक अंबर लकड़ा से 24 दिसंबर को गोली चलाने और मामले की जांच करने की अपील की।दिवाकर के आवेदन पर दुमका पुलिस ने उसकी चोरी की गोली बरामद कर ली है। प्रारंभिक जांच में चोरी की गोली रखने के आरोपी पाए जाने के बाद एसपी ने एएसआई अखलाक को निलंबित कर दिया है। एसपी ने मामले की जांच टाउन थाने के एसएचओ देवेंद्र पोद्दार को सौंपी है। एसएचओ पोद्दार ने जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के मुताबिक, पटना के दिवाकर कुमार की गोली करीब पांच साल पहले चोरी हो गई थी। यह रिपोर्ट दिवाकर ने पटना के एसके पुरी पुलिस स्टेशन में भी दर्ज कराई थी। ऐसा कहा जाता है कि इस बात का खुलासा तब हुआ जब बुलेट के मालिक को बुलेट सर्विस करने के बाद चेसिस नंबर के आधार पर सर्विस सेंटर से एक संदेश मिला।ऐसा कहा जाता है कि दुमका के मुफस्सिल थाने में तैनात एएसआई अखलाक खान ने सर्विस एजेंसी को बुलेट दी। 23 दिसंबर की शाम को सर्विस सेंटर से पंजीकरण संख्या के आधार पर सर्विसिंग के बाद, बुलेट के मालिक को संदेश भेजा गया था कि सर्विसिंग हो चुकी है। वे सर्विसिंग चार्ज का भुगतान करके अपनी गोली ले सकते हैं। बुलेट मालिक को उनके दुमका में होने की जानकारी मिली। जब मालिक ने उस संदेश में दिए गए टोल नंबर पर कॉल किया, तो पूरे मामले की जानकारी मिली।यह सर्विसिंग सेंटर से आया था कि मुफस्सिल पुलिस स्टेशन में तैनात एक पुलिस अधिकारी ने सर्विस देने के लिए गोली दी थी। दिवाकर ने इसकी सूचना एसके पुरी थाने को दी और दुमका पुलिस से संपर्क कर गोली की बरामदगी का अनुरोध किया। दिवाकर ने दुमका के पुलिस अधीक्षक अंबर लकड़ा से 24 दिसंबर को गोली चलाने और मामले की जांच करने की अपील की।दिवाकर के आवेदन पर दुमका पुलिस ने उसकी चोरी की गोली बरामद कर ली है। प्रारंभिक जांच में चोरी की गोली रखने के आरोपी पाए जाने के बाद एसपी ने एएसआई अखलाक को निलंबित कर दिया है। एसपी ने मामले की जांच टाउन थाने के एसएचओ देवेंद्र पोद्दार को सौंपी है। एसएचओ पोद्दार ने जांच शुरू कर दी है।