Vikrant Shekhawat : Feb 18, 2021, 10:29 PM
नई दिल्ली: 'तबाही का देवता' यानी तीसरा सबसे खतरनाक ऐस्टरॉइड अपोफिस (Asteroid Apophis) धरती के बेहद करीब आ रहा है और इसकी पहली तस्वीर भी दुनिया के सामने आ गई है। नासा के वैज्ञानिकों के अनुसार 6 मार्च को यह ऐस्टरॉइड पृथ्वी के पास से गुजरेगा। आपको बता दें कि खगोलविदों ने वर्चुअल टेलिस्कोप की मदद से करीब डेढ़ करोड़ किलोमीटर की दूरी से इस महाविनाशक ऐस्टरॉइड की तस्वीर खींची है।खतरनाक ऐस्टरॉइड का महामहीमवर्चुअल टेलिस्कोप प्रॉजेक्ट (Virtual Telescope Project) के मुताबिक 8 साल की निगरानी के बाद ऐस्टरॉइड अपोफिस की तस्वीर खींचने में सफलता मिली है। गौरतलब है कि अपोफिस सभी संभावित खतरनाक ऐस्टरॉइड का महामहीम माना जाता है। करीब 370 मीटर चौड़ी इस चट्टान के धरती से 48 सालों में टकराने का खतरा है।ऐस्टरॉइड अपोफिस के गुजरने का लाइव प्रसारणनासा के वैज्ञानिकों ने इसकी संभावना बहुत कम जताई है। आपको बता दें कि अपोफिस ऐस्टरॉइड 6 मार्च को पृथ्वी के करीब से गुजरेगा और वर्चुअल टेलिस्कोप प्रॉजेक्ट (Virtual Telescope Project) पर 24 घंटे ऐस्टरॉइड अपोफिस के गुजरने का लाइव प्रसारण भी किया जाएगा। यह महाविनाशक ऐस्टरॉइड, सोलर सिस्टम में मौजूद सबसे खतरनाक चट्टानों में से एक माना जाता है।पृथ्वी पर 88 करोड़ टन TNT के विस्फोट के बराबर असर होगा हवाई विश्वविद्यालय के खगोलविदों (University Of Hawaii Astronomers) ने बताया है कि यह ऐस्टरॉइड तेजी से बढ़ रहा है और अगले 48 सालों में यह पृथ्वी से टकरा सकता है। हालांकि नासा के वैज्ञानिक इसके हर कदम पर नजर रख रहे हैं। इस ऐस्टरॉइड के शक्तिशाली होने का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि यह अगर पृथ्वी से टकराता है तो 88 करोड़ टन TNT के विस्फोट के बराबर असर होगा। महाप्रलय लाने वाले इस अपोफिस ऐस्टरॉइड का यूनानी भाषा में अर्थ होता है, 'तबाही का देवता।'ऐस्टरॉइड अपोफिस को देखा जा सकेगा ऐस्टरॉइड अपोफिस अगले महीने धरती से करीब 1 करोड़ 60 लाख लाख किलोमीटर की दूरी से गुजरेगा। इतनी दूरी से गुजरने के कारण ऐस्टरॉइड का परिक्रमा पथ प्रभावित नहीं होगा। ऐस्टरॉइड अपोफिस को टेलीस्कोप से आसानी से देखा जा सकेगा। यह विशालकाय चट्टान वर्ष 2029 में पृथ्वी के इससे भी ज्यादा करीब से गुजरेगी। हवाई यूनिवर्सिटी के खगोलविद डेविड थोलेन (David tholen) ने कहा कि सुबारू टेलिस्कोप से मिले डेटा के आधार पर खुलासा हुआ है कि अपोफिस बहुत तेजी से गति पकड़ रहा है।