Vikrant Shekhawat : Nov 15, 2021, 07:04 AM
AUS vs NZ | टी-20 विश्व कप 2021 का चैंपियन मिल चुका है। दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने न्यूजीलैंड को 8 विकेट से पीटकर पहली बार फटाफट क्रिकेट के वर्ल्ड कप पर कब्जा जमाया। महामुकाबले में कंगारू टीम चढ़कर खेली और किसी भी समय मैच में पीछे होती हुई नजर नहीं आई। टीम की ओर से मिचेल मार्श और डेविड वॉर्नर ने जबरदस्त बल्लेबाजी की और टीम को पहली दफा टी-20 चैंपियन बनाने में अहम किरदार निभाया। कप्तान केन विलियमसन ने 85 रनों की बेहतरीन इनिंग खेली, लेकिन गेंदबाजों का साथ ना मिलने की वजह से उनका सपना साकार नहीं हो सका। आइए आपको बताते हैं उन तीन खिलाड़ियों के बारे में जिन्होंने फाइनल में अपने प्रदर्शन से लूटी महफिल। मिचेल मार्श173 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी कंगारू टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही थी और कप्तान आरोन फिंच का विकेट जल्दी गंवाने के चलते टीम पर दबाव बढ़ रहा था। मिचेल मार्श ने क्रीज पर कदम रखते ही पहली तीन गेंदों में इस प्रेशर को रिलीज कर दिया। मार्श ने एडम मिल्ने के खिलाफ सिक्स लगाकर अपनी पारी की शुरुआत की और अगली दो गेंदों पर दो जोरदार चौके जड़े। ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज ने इस लय को पूरे मैच में कायम रखा और डेविड वॉर्नर और बाकी बल्लेबाजों पर किसी भी तरह का दबाव नहीं आने दिया। मार्श 50 गेंदों में 77 रन बनाकर नाबाद रहे। इस दौरान उन्होंने 154 के स्ट्राइक रेट से बैटिंग की और 6 चौके और चार छक्के लगाए। डेविड वॉर्नरवर्ल्ड कप से पहले फॉर्म को लेकर उठ रहे तमाम सवालों के जवाब डेविड वॉर्नर ने बड़े मैचों में अपने बल्ले से दिए। सेमीफाइनल में 49 रनों की पारी खेलने के बाद दुबई में भी कंगारू ओपनर का बल्ला जमकर बोला। वॉर्नर ने महज 38 गेंदों में चार चौके और तीन गगनचुंबी छक्कों की मदद से 53 रन ठोके। मार्श के लिए दूसरे विकेट के लिए वॉर्नर द्वारा की गई 91 रनों की पार्टनरशिप ने न्यूजीलैंड को मैच से बाहर फेंकने का काम किया। जोश हेजलवुडसेमीफाइनल मुकाबले में पाकिस्तान के खिलाफ 49 रन लुटाने वाले जोश हेजलवुड ने फाइनल मैच में ऐसा कमबैक किया कि हर कोई उनका मुरीद हो गया। चार ओवर के स्पैल में इस तेज गेंदबाज ने महज 16 रन खर्च किए और तीन बड़े विकेट अपने नाम किए। हेजलवुड द्वारा फेंका गया न्यूजीलैंड पारी का 18वां ओवर काफी निर्णायक साबित हुए। इसी ओवर में हेजलवुड ने ग्लेन फिलिप्स और फिर कप्तान केन विलियमसन को तीन गेंदों के अंदर पवेलियन भेजकर कीवी टीम के बड़े स्कोर तक पहुंचने की उम्मीदों पर पानी फेरा।