Vikrant Shekhawat : Dec 02, 2024, 01:44 PM
Aam Aadmi Party: शिक्षा और प्रेरणा के क्षेत्र में एक बड़ा नाम अवध ओझा ने सोमवार को आम आदमी पार्टी (आप) में शामिल होकर अपनी राजनीतिक यात्रा की शुरुआत की। राष्ट्रीय अध्यक्ष अरविंद केजरीवाल और वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई। इस मौके पर ओझा ने कहा, "आज मैं अपने जीवन की एक नई पारी शुरू कर रहा हूं। शिक्षा के माध्यम से मैंने युवाओं को प्रेरित किया, और अब राजनीतिक मंच से उनके जीवन को संवारने का प्रयास करूंगा।"
अवध ओझा: शिक्षा के क्षेत्र का सशक्त नाम
अवध ओझा का नाम शिक्षा जगत में किसी परिचय का मोहताज नहीं है। यूपीएससी कोचिंग में अपनी अनूठी शैली और मोटिवेशनल भाषणों के जरिए उन्होंने लाखों छात्रों को प्रेरित किया है। अरविंद केजरीवाल ने ओझा का स्वागत करते हुए कहा, "अवध ओझा जी जैसे व्यक्ति के पार्टी में आने से शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में प्रगति होगी। उनका अनुभव और ज्ञान हमारी पार्टी के एजेंडे को नई ऊंचाई पर ले जाएगा।"राजनीति में शिक्षा का संगम
आप के मंच पर अवध ओझा का आना सिर्फ राजनीति के लिहाज से नहीं, बल्कि शिक्षा क्षेत्र के लिए भी एक बड़ा कदम माना जा रहा है। केजरीवाल ने इस बात पर जोर दिया कि उनकी पार्टी का उद्देश्य शिक्षा और रोजगार को मजबूत करना है। उन्होंने कहा, "अवध ओझा जैसे शिक्षाविद् के आने से पार्टी को नई ऊर्जा और दिशा मिलेगी। यह सिर्फ पार्टी के लिए नहीं, बल्कि करोड़ों युवाओं के लिए भी एक प्रेरणादायक कदम है।"क्या ओझा लड़ेंगे दिल्ली विधानसभा का चुनाव?
इस सवाल पर अवध ओझा ने स्पष्ट कहा कि अब वह पार्टी के अनुशासन का पालन करेंगे और जो भी जिम्मेदारी दी जाएगी, उसे निभाएंगे। केजरीवाल ने इस पर चुटकी लेते हुए कहा, "कुछ सस्पेंस रहने दीजिए, समय आने पर सबको बता दिया जाएगा।"अवध ओझा का अब तक का सफर
गोंडा, उत्तर प्रदेश में 3 जुलाई 1984 को जन्मे अवध ओझा का सपना था कि वह आईएएस बनें। दिल्ली में यूपीएससी की तैयारी के दौरान उन्हें सफलता नहीं मिली, लेकिन उनकी मेहनत ने उन्हें एक नए मार्ग पर चलने को प्रेरित किया। उन्होंने कोचिंग संस्थानों में पढ़ाना शुरू किया, और उनकी शैली छात्रों के बीच लोकप्रिय हो गई। सोशल मीडिया पर भी उनका बड़ा प्रभाव है, जहां वह शिक्षा और प्रेरणा से जुड़े अपने विचार साझा करते हैं।आप का एजेंडा: शिक्षा और रोजगार
अवध ओझा का आप में शामिल होना पार्टी के एजेंडे को बल देता है, जिसमें शिक्षा और रोजगार पर जोर है। आप की सरकार ने दिल्ली में शिक्षा के क्षेत्र में कई क्रांतिकारी कदम उठाए हैं। ओझा के अनुभव से इन प्रयासों को और मजबूती मिलने की उम्मीद है।शिक्षा और राजनीति का अनोखा संगम
अवध ओझा का राजनीति में आना इस बात का संकेत है कि अब राजनीति में शिक्षाविदों की भूमिका बढ़ने लगी है। यह कदम न केवल उनके अनुयायियों के लिए प्रेरणादायक है, बल्कि उन युवाओं के लिए भी आशा की किरण है जो शिक्षा और रोजगार के बेहतर अवसरों की तलाश में हैं।अवध ओझा की नई पारी शिक्षा, रोजगार, और प्रेरणा के क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव लाने का वादा करती है। अब देखना यह है कि उनकी यह यात्रा राजनीति के मंच पर किस तरह से रंग लाती है।'काम की राजनीति' से जुड़े देश के प्रख्यात शिक्षक अवध ओझा जी😍🔥
— AAP (@AamAadmiParty) December 2, 2024
आम आदमी पार्टी में क्रांतिकारी शिक्षक अवध ओझा जी का स्वागत है 🙌 pic.twitter.com/4qndVcs4j7