स्पोर्ट्स / बर्थडे स्पेशल: जब टीम की खातिर पिता के अंतिम संस्कार में नहीं गए थे विराट कोहली

भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली आज 31 साल के हो गए हैं। मैच शुरू होने के दूसरे दिन ही विराट कोहली के पिता प्रेम कोहली का निधन हो गया था। मैच के दूसरे दिन विराट 40 रन बनाकर नाबाद थे। मैच के तीसरे दिन विराट साहसिक कदम उठाते हुए अपने पिता का अंतिम संस्कार करने की बजाय दिल्ली को हार से बचाने के लिए मैदान में उतर गए। कोहली ने उस पारी में 90 रन बनाए थे और आउट होने के बाद अपने पिता की अंतिम यात्रा में शामिल हुए।

Happy birthday VIrat Kohli | भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली आज 31 साल के हो गए हैं। वे इस खास मौके पर अपनी पत्नी अनुष्का शर्मा के साथ भूटान में हैं। दिल्ली में जन्मे विराट कोहली के नाम कई रिकॉर्ड्स हैं। उन्होंने अब तक के अपने करियर में कई कीर्तिमान बनाए हैं। अपना 31वां जन्मदिन मना रहे विराट कोहली अब तक 21000 से अधिक अंतरराष्ट्रीय रन बनाए हैं और इस दौरान उन्होंने 69 शतक भी ठोके हैं। इतना कुछ हासिल करने के बाद भी उनमें रनों की भूख आज भी कायम है। विराट आज जिस मुकाम पर हैं उसके लिए उन्हें काफी कड़ी मेहनत करनी पड़ी और कई कुर्बानियां भी देनी पड़ी हैं। 

बता दें कि कोहली ने अपना पहला फर्स्ट क्लास मैच 18 नवंबर 2006 में कर्नाटक के खिलाफ खेला था। 18 साल के विराट ने उस मैच में कुछ ऐसा कर दिखाया जिसने उसकी अपनी ही टीम नहीं बल्कि विरोधियों को भी चौंका दिया। मैच शुरू होने के दूसरे दिन ही विराट कोहली के पिता प्रेम कोहली का निधन हो गया था। मैच के दूसरे दिन विराट 40 रन बनाकर नाबाद थे और टीम पर फॉलोऑन का खतरा मंडरा रहा था। उसी समय दिल्ली टीम के कोच चेतन चौहान को इसकी सूचना दी गई। कोच ने भी विराट को इस दुखद समाचार से अवगत कराया। मैच के तीसरे दिन विराट साहसिक कदम उठाते हुए अपने पिता का अंतिम संस्कार करने की बजाय दिल्ली को हार से बचाने के लिए मैदान में उतर गए।

कोहली ने उस पारी में 90 रन बनाए थे और आउट होने के बाद अपने पिता की अंतिम यात्रा में शामिल हुए। उस दिन के बाद कोहली में बहुत बदलाव आया। उनकी मां सरोज कोहली ने भी एक इंटरव्यू में कहा था, 'उस दिन के बाद विराट बदल गया। रातों रात वो बहुत समझदार हो गया। वो हर मैच को गंभीरता से लेने लगा। बेंच पर बैठने से उसे नफरत होने लगी। उस दिन से ऐसे लगने लगा उसकी क्रिकेट ही उसकी जिंदगी हो गया। अब ऐसे लगने लगा है कि वो अपने पिता के सपने के पीछे भाग रहा है जो खुद उसका सपना भी बन गया है।'