News18 : Feb 11, 2020, 01:14 PM
नई दिल्ली | ऐसा दावा किया जाता है कि दिल्ली विधानसभा (Delhi Assembly) की 70 में से 10 सीट ऐसी हैं जहां हार-जीत को मुस्लिम वोटर (Muslim Voter) प्रभावित करते हैं। लेकिन सियासी जानकारों की मानें तो सही मायनों में ओखला (Okhla), सीलमपुर (Seelampur), मुस्तफाबाद (Mustafabad), बल्लीमारान (Ballimaran) और मटिया महल (Matia Mahal) 5 ऐसी सीटें हैं जहां हार-जीत को मुस्लिम वोटर ही तय करते हैं। खास बात यह है कि इसमे से बल्लीमारान ऐसी विधानसभा है जहां सबसे ज्यादा 71.61 फीसदी वोट डाले गए हैं। वहीं सीलमपुर, मटियामहल और मुस्तफाबाद में भी डाले गए वोट का फीसद 70 से ऊपर ही रहा है। इन सभी 5 सीट में से चार पर आम आदमी पार्टी (AAP) उम्मीदवार आगे चल रहे हैं। वहीं सीलमपुर जैसी सीट पर आप के अब्दुल रहमान ने खाता खोल दिया है। आप के अब्दुल रहमान ने बीजेपी के कौशल कुमार को पछाड़ते हुए यह जीत हासिल की है। जबकि भारतीय जनता पार्टी (BJP) के कौशल कुमार सुबह करीब 8 से 10 हजार वोटों की बढ़त बनाए हुए थे।ओखला-मुस्लिम वोटरों की संख्या- 43 फीसद2020 में वोट फीसद- 58.842015 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में आप के अमानतुल्लाह खान ने इस सीट पर बीजेपी प्रत्याशी को 64532 वोटों से हराया था। 2015 में इस सीट पर आप का वोट शेयर 62।57 फीसद रहा था। आप उम्मीदवार को 104271 वोट मिले थे। जबकि बीजेपी उम्मीदवार को 39739 वोट मिले थे। बीजेपी का वोट 60।94 फीसदी रहा था।बल्लीमारान-मुस्लिम वोटरों की संख्या- 38 फीसद2020 में वोट फीसद- 71.61