Maharashtra Election 2024: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज मुंबई में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी का संकल्प पत्र जारी करने वाले हैं। यह कार्यक्रम मुंबई के बांद्रा स्थित सोफिटेल होटल में आयोजित होगा, जिसमें गृह मंत्री अमित शाह पार्टी के आगामी चुनावी वादों का पिटारा खोलेंगे। बीजेपी का यह कदम महाराष्ट्र में महायुति के समर्थन को मजबूत करने का प्रयास है, जिसमें सीएम एकनाथ शिंदे, डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार की संयुक्त सरकार अपनी पकड़ बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है।
सीएम शिंदे ने पहले ही की थी 10 वादों की घोषणा
बीजेपी के संकल्प पत्र से पहले 5 नवंबर को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कोल्हापुर में महायुति के घोषणापत्र के दस प्रमुख वादों का ऐलान किया था। इनमें
लाडली बहना योजना, किसानों के लिए राहत योजनाएँ, सीनियर सिटीजन पेंशन और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के लिए सुविधाओं का उल्लेख था। इस दौरान देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार भी मौजूद रहे। शिंदे ने महायुति की मजबूत नीतियों को सामने रखते हुए जनता को भरोसा दिलाया कि उनकी सरकार सभी वादों को पूरा करेगी।
कांग्रेस ने भी की गारंटियों की घोषणा
बीजेपी से पहले कांग्रेस ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में पाँच गारंटियों का वादा किया। कांग्रेस के वादों में महिलाओं को 3,000 रुपये प्रति माह, महालक्ष्मी योजना के तहत महिलाओं और लड़कियों के लिए मुफ्त बस यात्रा, किसानों के लिए 3 लाख रुपये तक कर्ज माफी, बेरोजगार युवाओं के लिए 50 प्रतिशत आरक्षण सीमा के भीतर आरक्षण, और 25 लाख रुपये तक स्वास्थ्य बीमा जैसी प्रमुख घोषणाएँ शामिल हैं। इसके अलावा, कांग्रेस ने हर महीने 4,000 रुपये तक की आर्थिक सहायता का भी वादा किया है।
बीजेपी का हमला: कांग्रेस के वादों को बताया "झूठा"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस के घोषणापत्र पर कटाक्ष करते हुए सोशल मीडिया पर कांग्रेस को "झूठे वादों" वाली पार्टी करार दिया। पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस के लिए वादे करना आसान है, पर उन्हें पूरा करना असंभव साबित होता है। मोदी ने कहा कि कांग्रेस के पास जनता को धोखा देने की पुरानी आदत है, जिसमें वो केवल वादे करती है लेकिन निभा नहीं पाती।सीएम एकनाथ शिंदे ने भी कांग्रेस के घोषणापत्र पर सवाल उठाए और कहा कि कांग्रेस कई राज्यों जैसे कर्नाटक, राजस्थान और हिमाचल प्रदेश में भी ऐसे ही वादे कर चुकी है। लेकिन बाद में वो अपने वादों से मुकर जाते हैं। शिंदे ने तंज करते हुए कहा कि कांग्रेस के वादों में या तो "प्रिंटिंग मिस्टेक" निकल आती है या फिर वह पैसे की कमी का बहाना बनाने लगते हैं।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव: तारीखों का ऐलान
महाराष्ट्र विधानसभा की 288 सीटों पर 20 नवंबर को एक ही चरण में चुनाव होगा और 23 नवंबर को चुनाव परिणाम घोषित किए जाएंगे। इस बार मुकाबला महायुति (जिसमें बीजेपी और शिंदे-फडणवीस-पवार गठबंधन है) और महाविकास आघाड़ी (कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना के गठबंधन) के बीच देखने को मिलेगा।इस चुनाव में बीजेपी और महायुति की सरकार जहां विकास और जनसेवा के मुद्दों को जोर-शोर से उठाने की तैयारी में है, वहीं कांग्रेस अपनी "पाँच गारंटियों" पर विश्वास जताते हुए जनता को अपने पक्ष में करने की कोशिश में लगी है।
निष्कर्ष: कौन जीतेगा जनता का भरोसा?
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में जनता को लुभाने के लिए दोनों पक्ष अपने-अपने वादों और घोषणाओं का जोर-शोर से प्रचार कर रहे हैं। बीजेपी और महायुति ने विकास और भरोसे का संदेश दिया है, जबकि कांग्रेस ने गारंटियों का सहारा लिया है। जनता का भरोसा किसके वादों पर ज्यादा होता है, इसका फैसला 23 नवंबर को चुनाव परिणाम के साथ सामने आएगा।