Vikrant Shekhawat : Sep 17, 2021, 01:07 PM
रक्षा कार्यालय परिसर का निर्माण सेंट्रल विस्टा परियोजना (Central Vista Project) का हिस्सा है. इस परियोजना के तहत एक नए संसद भवन और नए केंद्रीय सचिवालय के निर्माण के साथ साथ राजपथ के पूरे इलाके का फिर से विकास किया जाना है.केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी (Hardeep Singh Puri) ने गुरुवार को कहा कि राष्ट्रपति भवन से इंडिया गेट तक फैले सेंट्रल विस्टा एवेन्यू (Central Vista) का पुनर्विकास कार्य ढाई महीने के भीतर पूरा कर लिया जाएगा. केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय के मुताबिक साल 2022 में गणतंत्र दिवस परेड की मेजबानी के लिए परियोजना समय पर तैयार हो जाएगी. पुरी ने जोर देकर कहा कि अगले साल संसद का शीतकालीन सत्र नए संसद भवन में होगा.पुरी राजधानी दिल्ली के कस्तूरबा गांधी मार्ग और अफ्रीका एवेन्यू स्थित रक्षा कार्यालय परिसरों के उद्घाटन के मौके पर बोल रहे थे. इन परिसरों का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया है. नए रक्षा कार्यालय परिसरों में सेना, नौसेना और वायु सेना सहित रक्षा मंत्रालय और सशस्त्र बलों के लगभग 7,000 अधिकारियों के लिए कार्य करने की जगह उपलब्ध होगी.
ढाई महीने में पूरा होगा सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्टपुरी ने कहा, ‘मैं आपको (प्रधानमंत्री) आश्वासन देना चाहूंगा कि सेंट्रल विस्टा एवेन्यू के पुनर्विकास का काम ढाई महीने में पूरा कर लिया जाएगा जहां (अगले साल) गणतंत्र दिवस परेड होगी.’ नए रक्षा कार्यालय परिसरों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इनका काम केवल 12 महीने में पूरा कर लिया गया. उन्होंने कहा कि दोनों रक्षा कार्यालय परिसरों के निर्माण में नई और टिकाऊ निर्माण तकनीक एलजीएसएफ (लाइट गेज स्टील फ्रेम) का इस्तेमाल किया गया है.
उन्होंने कहा, ‘एलजीएसएफ टेक्नोलॉजी के तहत ऐसी इमारतों के निर्माण के लिए कम से कम 24 महीने का समय निर्धारित है लेकिन इसे 12 महीने में पूरा कर लिया गया. पुरी ने बताया कि 8,782 मीट्रिक टन इस्पात और 7,920 मीट्रिक टन सीमेंट का निर्माण कार्य में इस्तेमाल हुआ है. रक्षा कार्यालय परिसर का निर्माण सेंट्रल विस्टा परियोजना का हिस्सा है. इस परियोजना के तहत एक नए संसद भवन और नए केंद्रीय सचिवालय के निर्माण के साथ साथ राजपथ के पूरे इलाके का फिर से विकास किया जाना है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 16 सितंबर को अफ्रीका एवेन्यू में नए रक्षा मंत्रालय के कार्यालय परिसर का उद्घाटन किया, जिसके बाद कर्मचारियों को शिफ्ट करने की प्रक्रिया आगे बढ़ाई जा रही है. कार्यालयों के स्थानांतरण से सेंट्रल विस्टा के विकास के लिए 50 एकड़ भूमि मुक्त हो जाएगी. रक्षा मंत्रालय इन बैरकों में 9.2 लाख वर्ग फुट जगह खाली करेगा और 13 एकड़ के कुल क्षेत्रफल में फैले दो नए बहुमंजिला परिसरों में 9.6 लाख वर्ग फुट जगह लेगा.
चार ब्लॉकों में फैला हुआ है अफ्रीका एवेन्यू
अफ्रीका एवेन्यू का परिसर चार ब्लॉकों में फैला हुआ है और 5.08 लाख वर्ग फुट की जगह दी गई है. जबकि केजी मार्ग में तीन ब्लॉक और 4.52 लाख वर्ग फुट का कार्यालय क्षेत्र है. केंद्रीय विस्टा परियोजना के हिस्से के रूप में, रक्षा मंत्रालय द्वारा प्रदान किए गए 775 करोड़ की लागत से नए कार्यालय परिसरों का निर्माण किया गया है. दोनों परिसरों में एक साथ 1,500 कारों के लिए पार्किंग की जगह है.
जानकारी के मुताबिक अफ्रीका एवेन्यू में बने सात मंजिला कार्यालय परिसर में केवल रक्षा मंत्रालय के ऑफिस होंगे. वहीं कस्तूरबा गांधी मार्ग पर बने 8 मंजिला इमारत का इस्तेमाल रक्षा मंत्रालय के ऑफिस के अलावा परिवहन भवन और श्रम शक्ति भवन के लिए भी अस्थायी रूप से किया जाएगा. केंद्रीय सचिवालय परिसर में उनके नए कार्यालय तैयार होने के बाद उन्हें वहां से ट्रांसफर कर दिया जाएगा.
ढाई महीने में पूरा होगा सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्टपुरी ने कहा, ‘मैं आपको (प्रधानमंत्री) आश्वासन देना चाहूंगा कि सेंट्रल विस्टा एवेन्यू के पुनर्विकास का काम ढाई महीने में पूरा कर लिया जाएगा जहां (अगले साल) गणतंत्र दिवस परेड होगी.’ नए रक्षा कार्यालय परिसरों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इनका काम केवल 12 महीने में पूरा कर लिया गया. उन्होंने कहा कि दोनों रक्षा कार्यालय परिसरों के निर्माण में नई और टिकाऊ निर्माण तकनीक एलजीएसएफ (लाइट गेज स्टील फ्रेम) का इस्तेमाल किया गया है.
उन्होंने कहा, ‘एलजीएसएफ टेक्नोलॉजी के तहत ऐसी इमारतों के निर्माण के लिए कम से कम 24 महीने का समय निर्धारित है लेकिन इसे 12 महीने में पूरा कर लिया गया. पुरी ने बताया कि 8,782 मीट्रिक टन इस्पात और 7,920 मीट्रिक टन सीमेंट का निर्माण कार्य में इस्तेमाल हुआ है. रक्षा कार्यालय परिसर का निर्माण सेंट्रल विस्टा परियोजना का हिस्सा है. इस परियोजना के तहत एक नए संसद भवन और नए केंद्रीय सचिवालय के निर्माण के साथ साथ राजपथ के पूरे इलाके का फिर से विकास किया जाना है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 16 सितंबर को अफ्रीका एवेन्यू में नए रक्षा मंत्रालय के कार्यालय परिसर का उद्घाटन किया, जिसके बाद कर्मचारियों को शिफ्ट करने की प्रक्रिया आगे बढ़ाई जा रही है. कार्यालयों के स्थानांतरण से सेंट्रल विस्टा के विकास के लिए 50 एकड़ भूमि मुक्त हो जाएगी. रक्षा मंत्रालय इन बैरकों में 9.2 लाख वर्ग फुट जगह खाली करेगा और 13 एकड़ के कुल क्षेत्रफल में फैले दो नए बहुमंजिला परिसरों में 9.6 लाख वर्ग फुट जगह लेगा.
चार ब्लॉकों में फैला हुआ है अफ्रीका एवेन्यू
अफ्रीका एवेन्यू का परिसर चार ब्लॉकों में फैला हुआ है और 5.08 लाख वर्ग फुट की जगह दी गई है. जबकि केजी मार्ग में तीन ब्लॉक और 4.52 लाख वर्ग फुट का कार्यालय क्षेत्र है. केंद्रीय विस्टा परियोजना के हिस्से के रूप में, रक्षा मंत्रालय द्वारा प्रदान किए गए 775 करोड़ की लागत से नए कार्यालय परिसरों का निर्माण किया गया है. दोनों परिसरों में एक साथ 1,500 कारों के लिए पार्किंग की जगह है.
जानकारी के मुताबिक अफ्रीका एवेन्यू में बने सात मंजिला कार्यालय परिसर में केवल रक्षा मंत्रालय के ऑफिस होंगे. वहीं कस्तूरबा गांधी मार्ग पर बने 8 मंजिला इमारत का इस्तेमाल रक्षा मंत्रालय के ऑफिस के अलावा परिवहन भवन और श्रम शक्ति भवन के लिए भी अस्थायी रूप से किया जाएगा. केंद्रीय सचिवालय परिसर में उनके नए कार्यालय तैयार होने के बाद उन्हें वहां से ट्रांसफर कर दिया जाएगा.