दिल्ली / जल्द केंद्र सरकार कहेगी कि कोविड-19 ही नहीं था: 'ऑक्सीजन की कमी से मौतों' पर जैन

केंद्र सरकार के 'कोविड-19 की दूसरी लहर में ऑक्सीजन की कमी से मौत की कोई सूचना नहीं मिली' वाले बयान पर दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा है, "जल्द ही केंद्र सरकार कहेगी कि कोविड-19 ही नहीं था।" बकौल जैन, "अगर ऑक्सीजन की कमी से कोई मौत नहीं हुई तो किल्लत को लेकर अस्पताल हाईकोर्ट क्यों जाते थे।"

Vikrant Shekhawat : Jul 21, 2021, 02:57 PM
नई दिल्लीः केंद्र सरकार के कोरोना की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी से कोई मौत नहीं होने के दावे पर विपक्षी दल सवाल उठा रहे हैं. विपक्ष इस मुद्दे को लेकर केंद्र पर लगातार जुबानी हमले कर रहा है.  दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने केंद्र पर हमला बोलते हुए कहा कि वे (केंद्र) जल्द ही कहेंगे कि कोई कोविड-19 नहीं आया था. उन्होनें कहा कि अगर ऑक्सीजन की कमी से कोई मौत नहीं हुई तो अस्पताल ऑक्सीजन की कमी को लेकर हाईकोर्ट क्यों जा रहे थे? सरकार का दावा पूरी तरह से झूठा है. 

जैन ने कहा कि, हमने पीड़ितों को मुआवजा देने के लिए ऑक्सीजन की कमी की जांच के लिए ऑडिट कमेटी बनाई थी, जिसे केंद्र ने उपराज्यपाल के जरिए रोक दिया था. केंद्र सककार लोगों के जख्मों पर नमक छिड़क रही है. हम उपराज्यपाल से अपील करेंगे कि वे कमेटी को मंजूरी दें.

बीजेपी का विपक्ष पर पलटवार

ऑक्सीजन की कमी से मौत के मामले में विपक्ष के आरोपों के बाद बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पलटवार किया. इस मुद्दे पर पात्रा ने अरविंद केजरीवाल और राहुल गांधी पर दोहरा रवैया का आरोप लगाया गया. पात्रा ने कहा कि केजरीवाल और राहुल गांधी हाइकोर्ट में कुछ कहते हैं और टीवी-सोशल मीडिया पर कुछ और. किसी भी राज्य सरकार ने ऑक्सीजन की कमी की वजह से मौत की बात स्वीकार नहीं की है. 

राज्यसभा में सरकार ने दिया था ये जवाब  

गौररतलब कि मंगलवार को राज्यसभा में सरकार से सवाल पूछा गया था कि ऑक्सीजन की कमी की वजह से कितने मरीजों की मौत हुई ? जिस पर सरकार ने जवाब दिया कि ऑक्सीजन की वजह से एक भी मौत नहीं हुई. स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती प्रवीण ने बताया था कि स्वास्थ्य राज्य का विषय है, राज्य और केंद्र शासित प्रदेश कोविड के मामलों और मौत की संख्या के बारे में केंद्र को नियमित सूचना देते हैं. प्रवीण पवार के इसी बयान के बाद से विपक्ष केंद्र सरकार पर हमलावर है.