Vikrant Shekhawat : Oct 20, 2020, 11:46 AM
China: चीन कुछ बड़ा करने के प्रयास में लगा हुआ है। चीन के राष्ट्रपति ने कुछ ही दिन पहले सैनिकों के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए युद्ध के लिए तैयारी करने और हाई अलर्ट पर रहने को कहा था। अब एक रिपोर्ट में दावा किया गया है चीन ने ताइवान पर संभावित हमले के उद्देश्य से अपने तटीय क्षेत्रों में सबसे एडवांस हाइपरसोनिक मिसाइल तैनात कर दिए हैं। साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, फुजिआन और झेजिआंग में चीन की सेना ने DF-17 नाम की मिसाइलें तैनात की हैं। इस मिसाइल की तकनीक के बारे में आधिकारिक तौर से बेहद कम जानकारी सार्वजनिक की गई है और यह रडार के पकड़ में आए बिना हमला करने में सक्षम है। बता दें कि ताइवान और चीन के संबंध बीते कुछ महीने में बेहद खराब हो चुके हैं। इसके पीछे वजह है कि ताइवान वैश्विक स्तर पर खुद को आजाद देश के रूप में लगातार पेश कर रहा है और हाल ही में अमेरिका के साथ हथियारों का सौदा भी किया है।वहीं, फुजिआन और झेजिआंग में एडवांस मिसाइलों की तैनाती की रिपोर्ट को ग्लोबल टाइम्स अखबार ने महज कयास बताया है। लेकिन कुछ ही दिन पहले चीन की कम्युनिस्ट पार्टी से जुड़े इस अखबार ने कहा था कि चीन बस एक तात्कालिक वजह की तलाश कर रहा है ताकि ताइवान पर हमला कर सके। चीनी मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, बीजिंग की DF-17 मिसाइल ऐसी तकनीक से लैस है जिसे इंटरसेप्ट करना असंभव है और यह प्रभावी तौर से ताइवान के अलगाववाद को खत्म करने में सक्षम है। कुछ ही दिन पहले चीनी सेना का एक वीडियो सामने आया था कि जिसमें सैनिक एक अज्ञात आइलैंड पर कब्जे का अभ्यास करते दिख रहे थे। डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, ऐसा समझा जाता है कि चीन की DF-17 मिसाइल 2500 किलोमीटर तक मार कर सकती है और 12,360 km/h तक की स्पीड हासिल कर सकती है। यह परमाणु बम भी गिराने में सक्षम है। ताइवान की स्थानीय मीडिया के मुताबिक, चीन की ओर से मिसाइल तैनाती की खबर से देश में डर पैदा हो गया। यह मिसाइल ताइवान के एयर फोर्स के ठिकानों को भी निशाना बना सकती है।