दुनिया / 29,000 किमी/घंटे की रफ्तार से आया चीनी रॉकेट का मलबा मालदीव के पास हिंद महासागर में गिरा

29,000 किमी/घंटे की रफ्तार से धरती की तरफ बढ़े चीन के लॉन्ग मार्च 5बी रॉकेट का मलबा मालदीव के पास हिंद महासागर में गिरा है। चाइना मैन्ड स्पेस इंजीनियरिंग के ऑफिस ने कहा कि रॉकेट का अधिकतर मलबा वायुमंडल में ही जल गया। यह पृथ्वी पर गिरने वाला अंतरिक्ष के मलबे के सबसे बड़े टुकड़ों में से एक है।

Vikrant Shekhawat : May 09, 2021, 04:19 PM
बीजिंग: चीन का बेकाकू 5b रॉकेट ( China Long March-5B rocket) अब खतरे की वजह नहीं बनेगा. चीन की अंतरिक्ष एजेंसी ने बताया कि इसका बड़ा हिस्सा हिंद महासागर में गिर चुका है. वहीं इस रॉकेट का एक बड़ा हिस्सा वायुमंडल में प्रवेश करते ही खत्म हो गया था. रॉकेट की क्रैश लैंडिंग को लेकर आशंकित दुनियाभर के वैज्ञानिकों की इसपर नजर बनी हुई थी.

चीनी रॉकेट का अनियंत्रित बड़ा हिस्सा खतरे के तौर पर देखा जा रहा था. इसके 9 मई को धरती पर गिरने की आशंका व्यक्त की गई थी. लेकिन इसके लैंडिंग को लेकर कोई सटीक जानकारी नहीं मिल सकी थी. नासा समेत दुनियाभर की अंतरिक्ष एजेंसियों की नजर इसपर टिकी हुई थी. लॉन्ग मार्च 5b रॉकेट के कोर स्टेज का वजन 21 टन था. अगर रॉकेट का यह हिस्सा किसी आबादी वाले क्षेत्र में गिरता, तो बड़ा नुकसान हो सकता था.

इसे लेकर बीजिंग के अधिकारियों ने कहा था कि लॉन्ग मार्च -5 बी रॉकेट के फ्रीफ़ॉलिंग सेगमेंट से बहुत कम जोखिम था. बता दें कि 29 अप्रैल को चीन के नए अंतरिक्ष स्टेशन के पहले मॉड्यूल को पृथ्वी की कक्षा में लॉन्च किया था. चीनी एजेंसी ने बताया कि रॉकेट का अधिकांश हिस्सा वायुमंडल में प्रवेश करते ही नष्ट हो गया था.

अमेरिकी सैन्य डेटा पर आधारित मॉनिटरिंग सर्विस स्पेस-ट्रैक ने भी चीनी रॉकेट के मलबे के बारे में पुष्टि की। स्पेस ट्रैक ने ट्वीट कर कहा कि जो लोग #LongMarch5B की री-एंट्री को फॉलो कर रहे थे वे अब चैन की सांस ले सकते हैं।