Vikrant Shekhawat : Sep 16, 2024, 05:03 PM
CM Arvind Kejriwal News: दिल्ली की राजनीति में एक नया मोड़ आने वाला है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कल इस्तीफा देने का ऐलान किया है, जिससे दिल्ली की राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। रविवार, 15 सितंबर को किए गए अपने बयान में केजरीवाल ने यह स्पष्ट किया कि वे अपनी मुख्यमंत्री की भूमिका तभी निभाएंगे जब लोग उनकी ईमानदारी की पुष्टि करेंगे। इस घोषणा के बाद दिल्ली की सियासत में एक नया अध्याय शुरू होने की उम्मीद है।एलजी वीके सक्सेना से महत्वपूर्ण मुलाकातअरविंद केजरीवाल ने सोमवार को उपराज्यपाल वीके सक्सेना से मिलने का समय मांगा है। यह बैठक कल शाम 4:30 बजे एलजी सचिवालय में होने वाली है। इस बैठक में केजरीवाल अपने इस्तीफे की औपचारिक प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं। इस महत्वपूर्ण मुलाकात के बाद, दिल्ली की राजनीति में आने वाले बदलाव की दिशा स्पष्ट होगी।इस्तीफे का ऐलान और इसके पीछे की वजहदिल्ली शराब घोटाले के संदर्भ में तिहाड़ जेल से जमानत पर रिहा होने के बाद, केजरीवाल ने रविवार को पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए अपनी इस्तीफे की घोषणा की। उन्होंने यह भी कहा कि वे मुख्यमंत्री की कुर्सी पर तभी बैठेंगे जब दिल्ली के लोग उन्हें ईमानदारी का प्रमाण पत्र देंगे। केजरीवाल ने अपने संबोधन में कहा, "मैं मुख्यमंत्री बनूंगा और सिसोदिया उपमुख्यमंत्री तभी बनेंगे जब लोग कहेंगे कि हम ईमानदार हैं।"दिल्ली में नए मुख्यमंत्री की नियुक्तिइससे पहले दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने यह जानकारी दी थी कि नए मुख्यमंत्री के चयन के लिए विधायक दल की बैठक होगी। भारद्वाज ने कहा, "जो भी नया नेता चुना जाएगा, वह उपराज्यपाल के माध्यम से राष्ट्रपति के समक्ष दावा पेश करेगा। हमारे विधायक हमारे साथ हैं, इसलिए हमें उम्मीद है कि यह प्रक्रिया एक सप्ताह के भीतर पूरी हो जाएगी।"जनता की उम्मीदें और आगामी चुनावआप नेता ने यह भी कहा कि पिछले दो वर्षों में भारतीय जनता पार्टी द्वारा किए गए प्रयासों के बावजूद, मुख्यमंत्री केजरीवाल के प्रति दिल्लीवासियों की ईमानदारी और विश्वास कायम है। दिल्ली के लोग आगामी चुनाव के लिए उत्सुक हैं और उन्हें उम्मीद है कि वे फिर से अरविंद केजरीवाल को मुख्यमंत्री बना सकेंगे।दिल्ली की सियासत में आने वाले इस महत्वपूर्ण बदलाव की प्रक्रिया में, अरविंद केजरीवाल का इस्तीफा और उसके बाद की गतिविधियाँ राजनीतिक दृष्टिकोण से बेहद महत्वपूर्ण होंगी। इस स्थिति पर सभी की नजरें टिकी हैं, और यह देखना दिलचस्प होगा कि दिल्ली की जनता और नेताओं की प्रतिक्रियाओं के साथ क्या नया मोड़ आता है।