Vikrant Shekhawat : Jul 19, 2021, 09:44 AM
Euro cup की पार्टी में कोरोना भूल गया इटली, 6 दिन से लगातार बढ़ रहे केस, थर्ड वेव की आहटइटली ने 12 जुलाई को जब इंग्लैंड को पेनाल्टी शूट आउट में हराकर यूरो कप जीता तो इस देश में जश्न का सिलसिला शुरू हो गया। कोरोना की मार से लगभग डेढ़ साल से त्रस्त रहे इटली में लंबे समय के बाद जश्न मनाने का मौका आया था। लोग कोरोना गाइडलाइंस, मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग की परवाह किए बिना बड़ी संख्या में सड़कों पर उतर आए और अपने टीम का स्वागत करने लगे। जीत की उतरी खुमारी, बढ़ने लगे कोरोना के केसरोम, मिलान, फ्लोरेंस की सड़कों-गलियों पर जमकर पार्टियां हुई। लेकिन अब जब इस जीत की खुमारी धीरे-धीरे उतर रही है तो जोश में होश होने का नतीजा सामने आ रहा है। इन जश्न के एक सप्ताह के बाद इटली में कोरोना केस की संख्या लगातार बढ़ रही है। एक जुलाई को जिस इटली में कोरोना के मात्र 879 नए केस आए थे वहां गुजरे रविवार को 3127 कोरोना के केस दर्ज किए गए। इटली में पिछले 6 दिनों से कोरोना केस लगातार बढ़ रहे हैं। कोरोना केस के इस नए ट्रेंड ने थर्ड वेव की आहट की याद दिला दी है। क्या कोरोना की तीसरी लहर शुरू हो गई है? भारत, पड़ोसी देशों और दुनिया के आंकड़े दे रहे ये संकेत यूं तो इटली में रविवार को कोरोना के कम केस दर्ज किए जाते हैं, क्योंकि सप्ताह के अंत में वैसे ही कम टेस्ट किए जाते हैं बावजूद इसके मरीजों की बढ़ती संख्या संक्रमण के नए दौर की ओर इशारा कर रही है। समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार इटली के स्वास्थ्य विशेषज्ञ मानते हैं कि कोरोना केस में ये बढ़ोतरी हाल में यूरो कप के बाद हुई जीत की पार्टियों की देन है। जब कोरोना प्रोटोकॉल पूरी तरह से ध्वस्त हो गए और कई शहरों की सड़कों पर पार्टियां हुई।
इटली के स्वास्थ्य प्रमुख फ्रैकों लोकेटली ने कहा कि जो लोग संक्रमित हो रहे हैं उनकी औसत आयु 28 है। उन्होंने कहा, "भीड़ और लोगों के जमावड़े ने वायरस को फैलने में मदद की।"इटली में इस वक्त 1500 के करीब कोरोना पेशेंट अस्पतालों में भर्ती है। नए आंकड़ों के बाद माना जा रहा है कि सरकार प्रतिबंधों की घोषणा कर सकती है। ये प्रतिबंध उनके लिए लगाए जाएंगे जिनका पूर्ण रूप से टीकाकरण नहीं हुआ है। ऐसे लोगों के रेस्तरां, डिस्को, जिम, स्टेडियम में प्रवेश पर मनाही हो सकती है। इटली में अबतक 12 साल से ऊपर के लगभग 50 फीसदी लोगों को टीका लगाया जा चुका है।
इसका अर्थ यह है कि इटली की आधा आबादी के अभी भी कोरोना वायरस से संक्रमित होने के खतरे हैं। बता दें कि इटली दुनिया के उन देशों में शामिल है जहां अबतक कोरोना से सबसे ज्यादा मौतें हुई है। इटली में अबतक कोरोना से 1,27,867 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि यहां अबतक 42 लाख लोग कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। साल 2021 के फरवरी मार्च और अप्रैल में इटली में रोजाना 3 से 4 हजार लोगों की मौत हो रही थी। अब एक बार फिर से संक्रमण बढ़ने के बाद यहां लोगों को चिंता सता रही है कि कहीं कोरोना की अगली लहर तबाही मचाने को तैयार तो नहीं है?
इटली के स्वास्थ्य प्रमुख फ्रैकों लोकेटली ने कहा कि जो लोग संक्रमित हो रहे हैं उनकी औसत आयु 28 है। उन्होंने कहा, "भीड़ और लोगों के जमावड़े ने वायरस को फैलने में मदद की।"इटली में इस वक्त 1500 के करीब कोरोना पेशेंट अस्पतालों में भर्ती है। नए आंकड़ों के बाद माना जा रहा है कि सरकार प्रतिबंधों की घोषणा कर सकती है। ये प्रतिबंध उनके लिए लगाए जाएंगे जिनका पूर्ण रूप से टीकाकरण नहीं हुआ है। ऐसे लोगों के रेस्तरां, डिस्को, जिम, स्टेडियम में प्रवेश पर मनाही हो सकती है। इटली में अबतक 12 साल से ऊपर के लगभग 50 फीसदी लोगों को टीका लगाया जा चुका है।
इसका अर्थ यह है कि इटली की आधा आबादी के अभी भी कोरोना वायरस से संक्रमित होने के खतरे हैं। बता दें कि इटली दुनिया के उन देशों में शामिल है जहां अबतक कोरोना से सबसे ज्यादा मौतें हुई है। इटली में अबतक कोरोना से 1,27,867 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि यहां अबतक 42 लाख लोग कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। साल 2021 के फरवरी मार्च और अप्रैल में इटली में रोजाना 3 से 4 हजार लोगों की मौत हो रही थी। अब एक बार फिर से संक्रमण बढ़ने के बाद यहां लोगों को चिंता सता रही है कि कहीं कोरोना की अगली लहर तबाही मचाने को तैयार तो नहीं है?