Coronavirus / कोरोना की वजह से इस महिला के साथ हुआ कुछ ऐसा, काटनी पड़ी उंगलियां

कोरोना वायरस (Coronavirus) ने पूरी दुनिया में जबरदस्त तबाही मचाई है। भारत (India) में भले ही संक्रमण के मामले घट रहे हैं, लेकिन कुछ देशों में स्थिति फिर से चिंताजनक हो गई है। इस बीच, कोरोना के खौफनाक रूप को दर्शाती एक और खबर सामने आई है। इटली (Italy) में कोरोना की वजह से एक की महिला की उंगलियां गैंगरीन (Gangrene) का शिकार हो गईं।

रोम: कोरोना वायरस (Coronavirus) ने पूरी दुनिया में जबरदस्त तबाही मचाई है। भारत (India) में भले ही संक्रमण के मामले घट रहे हैं, लेकिन कुछ देशों में स्थिति फिर से चिंताजनक हो गई है। इस बीच, कोरोना के खौफनाक रूप को दर्शाती एक और खबर सामने आई है। इटली (Italy) में कोरोना की वजह से एक की महिला की उंगलियां गैंगरीन (Gangrene) का शिकार हो गईं। महिला की उंगलियां पूरी तरह से काली पड़ गईं, जिसके बाद उन्हें आखिरकार काटना पड़ा। 

Side Effects का हुई शिकार

डॉक्टरों ने बताया कि खून जमने की वजह से महिला की उंगलियों को काटने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। महिला की उम्र 86 साल बताई जा रही है। यूरोपियन जर्नल ऑफ वैस्क्युलर एंड एंडोवैस्क्युलर सर्जरी में प्रकाशित रिपोर्ट में कहा गया है कि महिला वायरस के चलते हुए साइड इफेक्ट का शिकार हुई, जो वायरस से होने वाली बीमारी का गंभीर रूप है। पीड़िता महिला पिछले साल अप्रैल में कोरोना पॉजिटिव (Corona Positive) हुई थी।

जारी है Research

रिपोर्ट के अनुसार, संक्रमण ने महिला के शरीर को बुरी तरह प्रभावित किया था। उसकी उंगलियों में गैंगरीन हो गया था, जिसके बाद डॉक्टरों को तीन उंगलियां काटनी पड़ी। रिपोर्ट में कहा गया है कि बॉडी पर इस तरह का असर तब दिखाई देता है जब शरीर संक्रमण के खिलाफ अति संवेदनशील तरीके से लड़ता है। वैज्ञानिक इस मामले में अधिक शोध कर रहे हैं कि कोरोना (Coronavirus) से पीड़ित व्यक्ति को ठीक होने के बाद किस तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

ये हो सकती है वजह

वैज्ञानिकों का मानना है कि संभवत महिला को एक्यूट कोरोनरी सिंड्रोम (Acute Coronary Syndrome) हुआ हो, जिसकी वजह से हृदय में रक्त का प्रवाह अचानक कम हो गया हो और ब्लड क्लॉट के कारण उंगलियों तक रक्त की आपूर्ति नहीं हो पा रही हो। वहीं, डॉक्टरों का कहना है कि बड़े पैमाने पर कोरोना पीड़ित मरीजों में ब्लड क्लॉट की शिकायत देखने को मिली है। किंग्स कॉलेज लंदन के प्रोफेसर रूपेन आर्य के अनुसार, पिछले साल मई में COVID-19 के 30% रोगियों में ब्लड क्लॉट की समस्या पाई गई थी।

Scientists ने किया आगाह

वैज्ञानिकों ने आगाह किया है कि कोरोना वायरस का प्रकोप कम भले ही हुआ हो, लेकिन खतरा अभी भी बरकरार है। उन्होंने लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है। वहीं, कोरोना महामारी को मात दे चुके न्यूजीलैंड (New Zealand) में जानलेवा स्ट्रेन मिलने से सनसनी फैल गई है। यहां एहतियात के तौर पर फिर से लॉकडाउन लगाया गया है। प्रधानमंत्री जेसिंडा अर्डर्न (Jacinda Ardern) ने बताया कि बाकी देश को भी अत्यधिक प्रतिबंधों के अंदर रखा जाएगा, ताकि ऑकलैंड (Auckland ) शहर के अलावा बाकी जगह लॉकडाउन (Lockdown)  न लगाना पड़े।