कोरोना वायरस / दिल्ली में कोविड-19 पॉज़िटिविटी रेट 36% से घटकर 19.1% हुआ: स्वास्थ्य मंत्री जैन

दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा है कि पिछले कुछ दिनों में राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 के दैनिक मामले 28,000/दिन से घटकर करीब 12,500/दिन और पॉज़िटिविटी रेट 36% से घटकर 19.1% रह गया है। उन्होंने कहा, "जब तक पॉज़िटिविटी रेट 5% से नीचे और दैनिक मामले 3000-4000 के नीचे नहीं आ जाते...तब तक हम ढील नहीं दे सकते।"

Vikrant Shekhawat : May 11, 2021, 03:32 PM
नई दिल्ली: दिल्ली में बीते के कुछ दिन से कम हुए कोरोना के कहर को देखकर जहां लोगों को थोड़ी राहत मिली है, वहीं, दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने मंगलवार को कहा कि ऐसा लग रहा है कि दूसरी लहर की पीक अब धीरे धीरे कम हो रही है। जैन ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में दिल्ली की पॉजिटिविटी दर 36% से घटकर 19% के करीब आ गई है। पहले प्रतिदिन अधिकतम 28,000 करीब मामले गए थे, अब ये कम होकर 12,500 के पास आ गए हैं।

जैन ने कहा कि जब तक हम पॉजिटिविटी दर को 5% से नीचे और केसों को 3000-4000 तक नहीं ले जाते, तब तक हम इसे हल्के में नहीं ले सकते। कम टेस्टिंग के सवाल पर जैन कहा कि रविवार को भी 66,000 टेस्ट हुए थे। प्रतिदिन करीब 80,000 के करीब टेस्ट हो रहे हैं। दिल्ली में कोरोना के 23,000 के करीब बेड हैं जिसमें 3,500 के करीब बेड खाली हैं। उन्होंने कहा कि यहां लहर बहुत ज्यादा है, लेकिन अब लगता है कि अप्रैल के आखिर से इसकी पीक धीरे-धीरे नीचे आ रही है। लॉकडाउन के कारण लोग बाहर नहीं आ रहे हैं, जबकि पहले अधिक लोग बाहर निकल रहे थे।

उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन और बेड की मांग में अब कमी आई है। हमारे पास लगभग 23,000 बेड्स हैं, जिनमें से 20,000 भरे हुए हैं, यह एक बड़ी संख्या है। ऑक्सीजन की आपूर्ति जारी रहनी चाहिए अन्यथा यह समस्या बढ़ जाएगी। अब हमें 700 मीट्रिक टन से कम ऑक्सीजन की जरूरत पड़ रही है। 

वहीं, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को कहा था कि दिल्ली को कोविड-19 की तीसरी लहर के लिए तैयारी करनी चाहिए। केजरीवाल ने साथ ही भरोसा जताया कि दिल्ली में जिस स्तर पर बुनियादी ढांचे को बढ़ाया जा रहा है, दिल्ली प्रतिदिन 30,000 मामले सामने आने पर भी इससे निपटने में सक्षम रहेगी। केजरीवाल ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि दिल्ली में महामारी की दूसरी लहर अपने चरम को पार कर चुकी है। हालांकि, अभी किसी तरह की ढील नहीं दी जा सकती।

जीटीबी अस्पताल के पास बने 500 बेड्स के आईसीयू कोविड देखभाल केंद्र का दौरा करने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें आशा है कि आने वाले दिनों में शहर में मरीजों को आईसीयू सुविधा की कमी का सामना नहीं करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार कोविड-19 की संभावित तीसरी लहर को ध्यान में रखकर स्वास्थ्य ढांचे का विकास कर रही है।

गौरतलब है कि कोरोना महामारी से गंभीर रूप से जूझ रही दिल्ली में सोमवार को संक्रमण के 12,651 नए मामले सामने आए थे, जबकि इस दौरान 319 मरीजों की मौत हो गई। वहीं, सोमवार को कोरोना संक्रमण की दर घटकर 19.10 प्रतिशत हो गई, जोकि पिछले चार सप्ताह में सबसे कम है। दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार, कोरोना संक्रमण के नए मामलों में गिरावट को जांच संख्या में कमी से जोड़कर देखा जा रहा है। रविवार को 66,234 नमूनों की कोविड-19 जांच की गई। राजधानी में कोरोना संक्रमण की दर 16 अप्रैल के बाद सबसे निचले स्तर पर पहुंचकर 19.10 हो गई है। बता दें कि, दिल्ली में 17 अप्रैल के बाद से कोरोना संक्रमण की दर लगातार 20 प्रतिशत से अधिक बनी हुई थी।