Vikrant Shekhawat : May 15, 2021, 10:09 AM
लंदन: ब्रिटेन में लॉकडाउन में ढील देने की योजना पर प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने शुक्रवार को चेतावनी दी है कि भारत में मुख्य रूप से पाए गए कोरोनावायरस वैरिएंट के मामलों में वृद्धि की वजह से ब्रिटेन को पुन: खोलने की योजनाओं में "गंभीर व्यवधान" पैदा हो सकता है. इंग्लैंड पहले से निर्धारित योजना के तहत सोमवार को देश को फिर से खोलने पर अगला कदम उठाएगा. जॉनसन ने कहा, "मुझे नहीं लगता कि हमें अपने रोडमैप में देरी करने की जरूरत है." उन्होंने कहा कि लेकिन, "यह नया वैरिएंट हमारी प्रगति के लिए एक गंभीर बाधा उत्पन्न कर सकता है.'' उन्होंने आगे कहा, "जनता को सुरक्षित रखने के लिए जो कुछ भी करना पड़े, हम करेंगे."स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि B1.617.2 वैरिएंट उत्तर पश्चिमी इंग्लैंड में "तेजी से और लंदन में कुछ हद तक फैलने लगा है". सरकार इसके प्रसार को और नियंत्रित करने के लिए निर्णायक कार्रवाई कर रही है. जॉनसन ने प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि टीके की दूसरी खुराक 50 से अधिक उम्र के लोगों और गंभीर बीमारी से ग्रसित लोगों को जल्द से जल्द दी जाएगी. अधिकारियों का कहना है कि इस सप्ताह में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1313 हो गई, जो कि पिछले सप्ताह 520 थी. जॉनसन ने कहा कि अगला कदम उठाने से पहले सरकार उन आंकड़ों की प्रतीक्षा कर रही है जो यह संकेत देंगे कि क्या नया स्ट्रेन वर्तमान में चल रहे अन्य स्ट्रेन की तुलना में अधिक पारगम्य है. हालांकि मुख्य चिकित्सा अधिकारी क्रिस व्हिट्टी ने खुलासा किया कि वैज्ञानिकों का मानना है कि यह अधिक पारगम्य है, लेकिन यह कितना अधिक पारगम्य है इसका पता नहीं चल पाया है.जॉनसन ने कहा कि यदि ये हल्का होगा तो देश योजना के अनुसार फिर से खुल जाएगा. इससे पहले प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने 12 मई को कहा था कि भारत में पहले पता चले कोविड-19 के प्रकार को लेकर ब्रिटेन में ‘‘चिंता'' है और देश के स्वास्थ्य अधिकारी इसके हरसंभव समाधान का रास्ता तलाश रहे हैं क्योंकि इंग्लैंड के कुछ हिस्से में इसके मामले बढ़ते जा रहे हैं.हाउस ऑफ कॉमंस के साप्ताहिक ‘प्राइम मिनिस्टर्स क्वेश्चन' के सत्र में उनसे बी.1.617.2 प्रकार के बारे में पूछा गया जिसे इंग्लैंड ने चिंता वाला प्रकार बताया है. जॉनसन ने कहा, ‘‘हमें सतर्क रहना होगा क्योंकि इस वायरस का खतरा बना हुआ है और नया प्रकार काफी खतरनाक है जिसमें भारत में पहली बार पहचाना गया प्रकार भी शामिल है जो ब्रिटेन में चिंता का कारण है.''