बिहार / 60-वर्षीय शख्स के दिमाग से बिहार में क्रिकेट बॉल के आकार का ब्लैक फंगस निकाला गया

पटना (बिहार) के आईजीआईएमएस में 60-वर्षीय मरीज़ के दिमाग से क्रिकेट बॉल के आकार का म्यूकरमाइकोसिस (ब्लैक फंगस) निकाला गया। अस्पताल के मेडिकल सुप्रीटेंडेंट डॉ. मनीष मंडल ने कहा कि फंगस नाक से दिमाग में पहुंच गया था और आंखों तक नहीं पहुंचा था जिसके चलते ऑपरेशन में आंख को नुकसान नहीं हुआ। बतौर अस्पताल, मरीज़ की हालत स्थिर है।

Vikrant Shekhawat : Jun 13, 2021, 12:27 PM
पटना: बिहार में कोरोना वायरस के मामलों में लगातार कमी आ रही है। वहीं ब्लैक फंगस के रोजाना मिलने वाले मरीज सरकार की टेंशन बढ़ा रहे हैं। वहीं डॉक्टर ऑपरेशन के जरिए ब्लैक फंगस से पीड़ित मरीजों की जान बचाने की कोशिश में जुटे हुए हैं। ताजा मामला पटना के आईजीआईएमएस अस्पताल का है। जहां डॉक्टरों ने तीन घंटे तक चले ऑपरेशन में न केवल मरीज की आंखें बचा ली बल्कि उसके दिमाग से क्रिकेट के बॉल के आकार का फंगसनुमा जाला भी निकाला।

दरअसल, जमुई के 60 वर्षीय मरीज अनिल कुमार को पिछले कई दिनों से अचानक चक्कर आने और बेहोशी की शिकायत हो रही थी। डॉक्टरों ने उसे आईजीआईएमएस में रेफर किया। जांच में पता चला कि वह ब्लैक फंगस से पीड़ित है। मरीज हाल ही में कोरोना से ठीक हुआ था। फंगस उसके दिमाग तक पहुंच गया था।

आईजीआईएमएस के न्यूरो सर्जरी विभाग के वरीय सर्जन डॉ. ब्रजेश के नेतृत्व में डॉक्टरों की टीम ने दिमाग के फंगस को निकाला। इस दौरान उसकी आंख को बचा लिया गया। ऑपरेशन तीन घंटे तक चला। अस्पताल अधीक्षक डॉ. मनीष मंडल ने बताया कि फंगस नाक से सीधा दिमाग में पहुंच गया था। आंखों में इसका संक्रमण नहीं पहुंचा था। इस कारण ऑपरेशन के दौरान मरीज की आंख को नुकसान नहीं हुआ। 

ऐसे केस में पहले कई बार संक्रमित मरीज की आंख तक निकालनी पड़ गयी थी। उन्होंने बताया कि ऑपरेशन के बाद मरीज खतरे से बाहर है। इस जटिल ऑपरेशन की सफलता पर अस्पताल निदेशक डॉ. एनआर विश्वास ने भी चिकित्सकों की टीम को बधाई दी है।