Coronavirus / सामान्य से 10 गुना ज्यादा खतरनाक है ये वायरस, दावा- मौजूदा वैक्सीन भी नहीं बचा पाएगी!

मलेशिया में एक नए प्रकार के कोरोना वायरस का पता चला है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह वायरस सामान्य से 10 गुना ज्यादा संक्रामक है। माना जा रहा है कि यह वायरस चीन के वुहान में पाए गए सबसे खतरनाक कोविड के प्रकार से भी ज्यादा घातक है। खबरों के मुताबिक, यह वायरस सबसे पहले भारतीय मूल के एक रेस्त्रां मालिक में पाया गया।

AMAR UJALA : Aug 17, 2020, 09:30 PM
Coronavirus: मलेशिया में एक नए प्रकार के कोरोना वायरस का पता चला है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह वायरस सामान्य से 10 गुना ज्यादा संक्रामक है। माना जा रहा है कि यह वायरस चीन के वुहान में पाए गए सबसे खतरनाक कोविड के प्रकार से भी ज्यादा घातक है। खबरों के मुताबिक, यह वायरस सबसे पहले भारतीय मूल के एक रेस्त्रां मालिक में पाया गया, जिसे मलेशियाई सरकार ने होम क्वारंटीन का उल्लंघन करने के आरोप में पांच महीने की जेल और जुर्माना की सजा सुनाई थी।

दरअसल, इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल रिसर्च (IMR) ने सिवागंगा क्लस्टर मलेशिया में डी614जी (D614G) प्रकार के वायरस का पता लगाया है। सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए वहां के स्वास्थ्य महानिदेशक दातुक डॉ. नूर हिशाम अब्दुल्ला ने इसकी जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि D614G म्यूटेशन पहली बार जुलाई में पाया गया था। यह इतना खतरनाक है कि दुनियाभर में वैक्सीन पर चल रही रिसर्च नाकाफी हो सकती है। कई अध्ययनों में कहा गया है वायरस के इस रूप पर कोई भी मौजूदा वैक्सीन प्रभावी नहीं है। 

क्या है D614G वायरस

D614G को कोरोना वायरस के 'G' म्यूटेशन के रूप में भी जाना जाता है। पहली बार जनवरी में इस स्ट्रेन के बारे में पता चला था, जिसके बाद विशेषज्ञों के लिए यह चिंता का सबब बना हुआ है। यह मूल 'L' और 'S' वेरिएंट्स को भी जन्म दे रहा है। विशेषज्ञों के मुताबिक, यह श्वसन मार्ग में अधिक वायरल और संक्रामक प्रतियां(Replication) पैदा करता है और एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में ज्यादा खतरनाक तरीके से फैल सकता है।

10 गुना अधिक संक्रमण 

D614G को इस वायरस का सुपर स्प्रेडर कहा जा सकता है। टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक, यह अन्य व्यक्तियों में 10 गुना अधिक तेजी से संक्रमित करने की क्षमता रखता है। विशेषज्ञों का कहना है कि सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों और जारी प्रयासों से यह नियंत्रण में है, लेकिन एक बार यदि इस वायरस का प्रसार विस्फोटक रूप में फैल गया तो इसे नियंत्रित करना बहुत मुश्किल हो सकता है। 

मलेशिया के स्वास्थ्य महानिदेशक ने अपील की है कि जनता को सतर्क रहना चाहिए और मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग, साफ-सफाई जैसे तमाम एहतियात बरतनी चाहिए। कारण कि मलेशिया में पाए गए कोरोना के डी614जी (D614G) म्यूटेशन को आम वायरस नहीं कहा जा सकता है। मालूम हो कि बाकि देशों की तुलना में मलेशिया बड़े पैमाने पर वायरस को रोकने में काफी हद तक कामयाब रहा है। 

कितने मामले सामने आ चुके हैं

खबरों के मुताबिक, कोरोनो के D614G नामक म्यूटेट वायरस के तीन मामले सामने आए हैं। 45 लोगों की जांच में इन नए मामलों का खुलासा हुआ था। इनमें एक रेस्तरां के मालिक का भी है, जो भारत से मलेशिया लौटा था। उसे 14 दिन के जरूरी होम क्वारंटीन के नियमों का उल्लंघन करने पर पांच महीने की जेल और जुर्माने की सजा सुनाई गई थी। बताया जा रहा है कि फिलीपींस से लौटने वाले लोगों में भी इस नये म्यूटेट वायरस का मामला सामने आया है।

मलेशिया के स्वास्थ्य महानिदेशक ने लोगों को कोरोनो से बचाव संबंधित सावधानियां बरतने और दिशानिर्देशों का नियमित रूप से पालन करने की सलाह दी है। उन्होंने कहा-

  • आसपास साफ-सफाई रखें और स्वच्छता बरतें
  • लोग खुद की भी स्वच्छता का ध्यान दें
  • नियमित रूप से हाथ धोएं 
  • सार्वजनिक स्थानों पर मास्क जरूर पहनें 
  • सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें
उन्होंने आगे कहा कि लोगों के सहयोग से ही हम कोरोना संक्रमण पर लगाम लगा सकते हैं।

आपको बता दें कि अन्य देशों की तुलना में मलेशिया बड़े पैमाने पर वायरस संक्रमण को रोकने में काफी हद तक कामयाब रहा है। यहां बीते शनिवार को 26 नए मामलों की पुष्टि हुई थी, जो 28 जुलाई के बाद से सबसे अधिक है। जॉन हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के आंकड़ों के मुताबिक, अबतक मलेशिया में कोरोना संक्रमण के 9,212 सामने आ चुके हैं, जिनमें 125 लोगों की मौत हुई है, जबकि 8,876 लोग ठीक हो चुके हैं।