Vikrant Shekhawat : Aug 06, 2021, 04:16 PM
नई दिल्ली: केन्द्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए दिल्ली मेट्रो की पिंक लाइन के त्रिलोकपुरी खंड का उद्घाटन किया। पिंक लाइन के त्रिलोकपुरी सेक्शन को दोपहर 3 बजे यात्रियों के लिए खोल दिया जाएगा।मयूर विहार पॉकेट-1 और त्रिलोकपुरी संजय लेक स्टेशनों के बीच करीब 289 मीटर लंबा त्रिलोकपुरी खंड 59 किलोमीटर लंबी पिंक लाइन से पूरी तरह जुड़ गया और शहर के अहम स्थानों जैसे कि आनंद विहार रेलवे स्टेशन, आनंद विहार आईएसबीटी, निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन, साउथ एक्सटेंशन में बाजारों, आईएनए और लाजपत नगर से जुड़ जाएगा। पिंक लाइन पर 38 मेट्रो स्टेशन हैं। पिंक लाइन की शुरुआत कई सेक्शंस पर 2018 में की गई थी।केन्द्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए इसका उद्घाटन किया। इसके उद्घाटन के साथ ही दिल्ली मेट्रो की पिंक लाइन उसका सबसे लंबा कॉरिडोर बन गई है।पिंक लाइन के 'एंड-टू-एंड लिंकिंग (पूरी तरह जुड़ जाने) से पूर्वी दिल्ली के निवासियों या उस क्षेत्र की यात्रा करने वाले लोगों को भी काफी फायदा होगा, क्योंकि इससे पहले त्रिलोकपुरी में सेवाएं दो अलग-अलग सेक्शंस पर संचालित हो रही थीं। सूत्रों ने अक्टूबर में बताया था कि इस लाइन के काम के सितंबर 2020 में पूरी होने की उम्मीद थी, लेकिन कोविड-19 के कारण इसमें देरी हो गई।बता दें कि, पूर्वी दिल्ली के त्रिलोकपुरी इलाके में एक छोटा सा हिस्सा डीएमआरसी अधिकारियों के लिए लंबे समय से एक अड़चन साबित हुआ था, जिसके कारण वहां कुछ दूरी तक लाइन जुड़ने से रह गई थी। दिल्ली मेट्रो ने जारी की एडवाइजरीदिल्ली के त्रिलोकपुरी में छह अगस्त को पिंक लाइन के खंड की शुरुआत होने से पहले दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (डीएमआरसी) ने गुरुवार को यात्रियों से आग्रह किया कि वे 'पीक आवर' में यात्रा तभी करें जब अत्यधिक जरूरी हो जिससे महामारी के दौरान अनावश्यक भीड़भाड़ से बचा जा सके।दिल्ली मेट्रो ने एक बयान जारी कर कहा कि डीएमआरसी दो हजार कोच की अपनी पूरी क्षमता के साथ पूरे बेड़े का परिचालन कर रही है, लेकिन बैठने की लिए केवल एक लाख सीटें (हर कोच में 50) ही हैं। उसने कहा कि व्यस्ततम समय के दौरान प्रतिदिन दो लाख यात्री मेट्रो स्टेशन पर आते हैं। कोविड नियमों का पालन करते हुए दिल्ली मेट्रो 26 जुलाई से बैठने की पूरी क्षमता के साथ चल रही है, लेकिन खड़े होकर यात्रा की इजाजत नहीं है। ऐसे में स्टेशन के बाहर इंतजार करने वाले यात्रियों की संख्या बढ़ जाती है।