Delhi AQI Index / एक बार फिर हुई दिल्ली की हवा 'बहुत खराब', आनंद विहार में AQI 400 पार

दिल्ली में वायु प्रदूषण फिर गंभीर स्थिति में पहुंच गया है, कई क्षेत्रों में AQI 400 से अधिक दर्ज किया गया। सर्दियों की आहट के साथ हवा में जहरीले तत्व बढ़ गए हैं। आनंद विहार, रोहिणी, नेहरू नगर जैसे इलाकों में प्रदूषण ‘गंभीर’ स्तर पर है, जिससे स्वास्थ्य पर खतरा बढ़ा है।

Vikrant Shekhawat : Nov 03, 2024, 10:39 AM
Delhi AQI Index: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण एक बार फिर अपने चरम पर पहुंच गया है, जिससे दिल्लीवासियों का सांस लेना भी मुश्किल होता जा रहा है। दिवाली के बाद से प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्तर पर है और राजधानी का एक बड़ा हिस्सा ‘गैस चैंबर’ में तब्दील हो गया है। विभिन्न इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 400 से भी अधिक दर्ज किया गया है, जो 'गंभीर' श्रेणी में आता है और स्वास्थ्य के लिए अत्यंत हानिकारक माना जाता है।

दिल्ली में प्रदूषण का स्तर

दिल्ली में आज सुबह 7 बजे कई प्रमुख इलाकों का AQI बेहद खराब दर्ज किया गया है। यहां कुछ प्रमुख स्थानों के AQI स्तर की जानकारी दी जा रही है:

  • आनंद विहार: 427 (गंभीर)
  • अशोक विहार: 402 (गंभीर)
  • नरेला: 359 (बहुत खराब)
  • एयरपोर्ट: 349 (बहुत खराब)
  • लोधी रोड: 330 (बहुत खराब)
  • नजफगढ़: 372 (बहुत खराब)
  • पंजाबी बाग: 398 (बहुत खराब)
  • जहांगीरपुरी: 394 (बहुत खराब)
  • रोहिणी: 404 (गंभीर)
AQI के मानकों के अनुसार, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 से ऊपर ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है, जिससे यह स्पष्ट है कि दिल्ली के कई इलाकों में वायु गुणवत्ता स्तर गंभीर स्वास्थ्य जोखिम उत्पन्न कर रहे हैं।

सर्दी की दस्तक के साथ बढ़ा प्रदूषण

सर्दी के मौसम के आगमन के साथ ही दिल्ली में हवा की गुणवत्ता खराब होने लगी है। ठंड में हवाएं धीमी हो जाती हैं और प्रदूषणकारी कण वातावरण में अधिक समय तक बने रहते हैं। इस स्थिति में दिल्ली के लोगों को सांस लेने में कठिनाई, आंखों में जलन, खांसी जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।

अन्य शहरों की स्थिति

दिल्ली के पड़ोसी शहरों में भी प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्तर पर है। शनिवार शाम को दिल्ली का AQI 316 दर्ज किया गया था। आनंद विहार में AQI 'गंभीर' श्रेणी में 400 से अधिक था, जबकि अन्य स्थानों पर ‘बहुत खराब’ दर्ज किया गया था।

  • गाजियाबाद: 330 (बहुत खराब)
  • गुरुग्राम: 209 (खराब)
  • ग्रेटर नोएडा: 250 (खराब)
  • नोएडा: 269 (खराब)
  • फरीदाबाद: 166 (मध्यम)

दिवाली के बाद प्रदूषण में वृद्धि

हालांकि दिवाली पर दिल्ली में पटाखों पर प्रतिबंध लगाया गया था, लेकिन कई इलाकों में लोगों ने इस प्रतिबंध का उल्लंघन किया, जिससे हवा की गुणवत्ता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा। इसके बावजूद कुछ दिनों से चल रही हल्की हवाओं के कारण वायु गुणवत्ता 'गंभीर' श्रेणी में नहीं पहुंची थी। लेकिन जैसे ही हवाएं धीमी हुईं, प्रदूषण का स्तर तेजी से बढ़ गया।

प्रदूषण से निपटने के उपाय

दिल्ली सरकार ने वायु प्रदूषण से निपटने के लिए कई कदम उठाए हैं, जैसे निर्माण कार्यों पर अस्थायी रोक, पानी का छिड़काव और सड़क पर धूल कम करने के प्रयास। साथ ही, सरकार ने लोगों को गैर-जरूरी यात्रा से बचने और घर में ही रहने की सलाह दी है। इसके अलावा, प्रदूषण की स्थिति को देखते हुए वाहनों की संख्या पर भी अंकुश लगाने की योजना बनाई जा रही है।

दिल्ली के नागरिकों के स्वास्थ्य को सुरक्षित रखने के लिए इन प्रयासों के साथ-साथ, लोगों को भी प्रदूषण को कम करने के लिए व्यक्तिगत प्रयास करने की आवश्यकता है।