Live Hindustan : Dec 16, 2019, 10:26 AM
नई दिल्ली, नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान पुलिस और जामिया मिलिया इस्लामिया के छात्रों के बीच रविवार को झड़प हो गई, जिसके बाद पुलिस ने जामिया के करीब 50 छात्रों को हिरासत में ले लिया। हालांकि, करीब 6 घंटे पुलिस स्टेशन में रखने के बाद दिल्ली पुलिस ने सोमवार की सुबह रिहा कर दिया। यह जानकारी पुलिस ने दी है।दरअसल, नागरिकता (संशोधन) कानून का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों की जामिया मिल्लिया इस्लामिया के समीप न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में पुलिस के साथ झड़प हो गई, जिसमें प्रदर्शनकारियों ने डीटीसी की चार बसों और दो पुलिस वाहनों में आग लगा दी। झड़प में छात्रों, पुलिसकर्मियों और दमकलकर्मी समेत करीब 60 लोग घायल हो गए। जामिया मिल्लिया इस्लामिया के छात्रों के प्रदर्शन के दौरान यह बवाल हुआ। दरअसल, पुलिस ने विश्वविद्यालय में प्रवेश किया और कथित तौर पर हिंसा में शामिल कई लोगों को हिरासत में ले लिया।बताया जा रहा है कि छात्रों के साथ झड़पों के बाद पुलिस ने विश्विद्यालय कैंपस में घुसकर कई छात्रों को हिरासत में लिया। सोमवार को तड़के 35 छात्रों को कालकाजी पुलिस स्टेशन में हिरासत में लिया गया था और 16 को न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी (एनएफसी) पुलिस स्टेशन में यूनिवर्सिटी के पास हिरासत में लिया गया था।साऊथ ईस्ट दिल्ली के डिप्टी पुलिस कमिश्नर चिन्मय बिस्वाल ने कहा कि हिरासत में लिए गए 35 छात्रों को कालकाजी पुलिस स्टेशन से रिहा कर दिया गया। वहीं, न्यू फ्रेन्ड्स कॉलोनी थाने से भी 16 छात्रों को रिहा कर दिया गया है। थाने में मौजूद जामिया के छात्र रिषभ जैन ने कहा कि हिरासत में लिए गए छात्रों को छोड़ दिया गया है और उन्हें अपोलो अस्पताल और एम्स ट्रामा सेंटर में मेडिकल रिपोर्ट के लिए ले जाया गया है। नागरिकता कानून के विरोध में दक्षिण दिल्ली में हुए विरोध प्रदर्शन के बाद जामिया के छात्रों पर हुई पुलिस की कार्रवाई के विरोध में सैकड़ों छात्र दिल्ली पुलिस मुख्यालय के सामने प्रदर्शन के लिए जुटे। छात्रों को हिरासत में लिए जाने के विरोध में जामिया के स्टूडेंट्स ने पुलिस मुख्यालय पर देर रात प्रदर्शन किया।