Vikrant Shekhawat : Feb 18, 2023, 02:33 PM
नई दिल्ली. अरबपति निवेशक जॉर्ज सोरोस (George Soros) द्वारा अडानी-हिंडनबर्ग मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर टिप्पणी करने के बाद केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर (EAM S Jaishankar) ने पलटवार किया है. केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘सोरोस मानते हैं कि भारत एक लोकतांत्रिक देश है, लेकिन प्रधानमंत्री लोकतांत्रिक नहीं हैं. कुछ समय पहले ही उन्होंने हमपर आरोप लगाया था कि हम करोड़ों मुस्लिमों की नागरिकता छीनने की कोशिश कर रहे हैं, जो कि जाहिर तौर पर नहीं हुआ.’इसके अलावा उन्होंने कहा कि मिस्टर सोरोस (George Soros Pm Modi Comment) एक बुजुर्ग, अमीर और राख रखने वाले व्यक्ति हैं, जो कि अभी न्यूयॉर्क में बैठे हैं और सोचते हैं कि उनके विचारों से फैसला होना चाहिए कि पूरी दुनिया कैसे चलेगी. जयशंकर ने आगे कहा, ‘मैं सोरोस को सिर्फ बुजुर्ग, अमीर और राय रखने वाला कहकर रुक सकता हूं. लेकिन वे बुजुर्ग, अमीर और राय रखने वाले के साथ खतरनाक भी हैं. जब ऐसे लोग और संस्थान विचार रखते हैं, तो वे अपने संसाधनों को नैरेटिव गढ़ने में लगा देते हैं.जयशंकर ने कहा, ‘सोरोस जैसे लोगों को लगता है कि चुनाव तभी अच्छे हैं, जब उनकी पसंद का व्यक्ति जीत जाए. लेकिन अगर चुनाव का नतीजा कुछ और होता है तो वह उस देश के लोकतंत्र को त्रुटिपूर्ण कहने लगते हैं. जॉर्ज सोरोस ने दावा किया था कि अडानी के मुद्दे पर भारत में एक लोकतांत्रिक परिवर्तन होगा. म्यूनिख सिक्योरिटी कांफ्रेंस में कहा था कि भारत का मामला दिलचस्प है. भारत लोकतांत्रिक देश हैं, लेकिन नरेंद्र मोदी लोकतांत्रिक नहीं है. भारत क्वाड का मेंबर है, जिसमें ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका और जापान भी उसके साथ है. लेकिन भारत इसके बावजूद रूस से बड़े डिस्काउंड पर तेल खरीद रहा है और मुनाफा कमा रहा है.