Vikrant Shekhawat : Jun 30, 2022, 05:35 PM
Maharashtra: महाराष्ट्र में 10 दिन से जारी सियासी नाटक का क्लाइमैक्स बेहद चौंकाने वाला रहा। गुरुवार को शिवसेना के बागी गुट के नेता एकनाथ शिंदे गोवा से मुंबई पहुंचे। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस उन्हें लेकर राज्यपाल से मिलने पहुंचे। इस मुलाकात के बाद जो ऐलान हुआ, उससे सियासी पंडितों तक के गणित गड़बड़ा गया। फडणवीस ने कहा कि एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री होंगे।फडणवीस ने कहा कि गुरुवार शाम 7.30 बजे शिंदे अकेले शपथ लेंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा ने शिंदे को हिंदुत्व के लिए समर्थन दिया है। पार्टी सरकार में शामिल होगी, लेकिन फडणवीस इसका हिस्सा नहीं होंगे।बाला साहेब के विचारों को ताक पर रखा गयादेवेंद्र फडणवीस ने मीडिया से बातचीत में कहा कि जनता ने महाविकास अघाड़ी को बहुमत नहीं दिया था। चुनाव के बाद बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी थी। शिवसेना ने हमारे साथ चुनाव लड़ा था, लेकिन कांग्रेस और एनसीपी के साथ मिलकर सरकार बनाई। उद्धव ठाकरे ने बाला साहेब ठाकरे के विचारों को भी ताक पर रख दिया।फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ कि सरकार के दो-दो मंत्री जेल में हैं। बालासाहेब ने हमेशा दाउद का विरोध किया, लेकिन उद्धव सरकार का एक मंत्री दाउद से जुड़ा हुआ है। जेल में जाने के बाद भी उसे मंत्री पद से हटाया नहीं गया। ये बाला साहेब का अपमान है।औरंगाबाद का नाम संभाजीनगर करने का फैसला भी तब लिया जब सरकार जाने को थी। इसका कोई मतलब नहीं है। यह फैसला नई सरकार को लाना होगा। जो लोग हमसे हारे हैं उन्हें सरकार में लिया गया है। इसलिए इन लोगों ने फैसला लिया कि हमें गठबंधन मंजूर है लेकिन कांग्रेस ,एनसीपी के साथ नहीं।शिंदे बोले- भाजपा ने बड़ा दिल दिखायाप्रेस कॉन्फ्रेंस में एकनाथ शिंदे ने कहा- बाला साहेब के हिंदुत्व और राज्य का विकास के एजेंडा के साथ हम साथ आए हैं। हम पिछली सरकार में रहते हुए भी कुछ कर नहीं पा रहे थे। इसमे किसी का कोई स्वार्थ नहीं है। बड़ी पार्टी होते हुए भी बीजेपी ने मुझे मौका दिया। देवेंद्र जी ने बड़ा दिल दिखाया। इसके लिए देवेंद्र जी का शुक्रगुजार हूं। मैं पीएम नरेंद्र मोदी जी, गृहमंत्री अमित शाहजी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा का शुक्रगुजार हूं।देवेंद्र जी कैबिनेट में नहीं होंगे लेकिन हमें मार्गदर्शन देते रहेंगे। एक तरफ बड़े-बड़े नेता हैं दूसरी तरफ एकनाथ शिंदे जैसे कार्यकर्ता को मौका दिया जा रहा है। एक मजबूत सरकार हम लोगों को देखने को मिलेगी। यह सरकार देश में एक मिसाल होगी। सहयोगियों को भी धन्यवाद देता हूं। मैं छोटा कार्यकर्ता हूं। लेकिन 50 विधायकों ने मुझमें जो भरोसा दिखाया है। उस भरोसे को मैं एक खरोंच भी नही आने दूंगा। केंद्र सरकार महाराष्ट्र को मदद करेगी। इससे राज्य का विकास होगा।उद्धव के इस्तीफे के बाद कंगना का तंजएक्ट्रेस कंगना रनोट ने उद्धव ठाकरे पर तंज कसा है। कंगना ने सोशल मीडिया पर पर लिखा- जब पाप बढ़ जाता है, तो सर्वनाश होता है और उस के बाद सृजन होता है… और फिर जीवन में कमल खिलता है। दो साल पहले BMC ने कंगना रनोट के मुंबई के पाली हिल स्थित कंगना रनोट के ऑफिस मणिकर्णिका फिल्म्स के कई हिस्सों को बीएमसी ने अवैध बताते हुए तोड़ दिया था।कार्रवाई के बाद से कंगना ने कहा था कि आज मेरा घर टूटा है, कल तुम्हारा घमंड टूटेगा। इसके बाद से ही कंगना शिवसेना और उद्धव सरकार पर लगातार हमला करती रही हैं।आज का बड़ा बयानशिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा- शिवसेना सत्ता के लिए पैदा नहीं हुई, सत्ता शिवसेना के लिए पैदा हुई है। ये बाला साहेब का मंत्र रहा है। हम वापस काम करेंगे और फिर अपने दम पर सत्ता में आएंगे। हमें अपनों ने धोखा दिया। अपने लोगों ने खंजर घोंपा। उद्धव ठाकरे को दगाबाज कैसे दोष दे सकते हैं। बागी विधायकों को सरकार गिराने का ठेका मिला था। दगाबाजों का महाराष्ट्र में ये नया प्रयोग है।बुधवार देर रात उद्धव खुद कार ड्राइव कर इस्तीफा देने पहुंचे थेउद्धव ठाकरे बुधवार रात करीब सवा 11 बजे इस्तीफा देने खुद ही ड्राइव कर राजभवन के लिए निकले थे। उनके साथ कार में दोनों बेटे आदित्य और तेजस ठाकरे भी थे। उद्धव जब राज्यपाल को इस्तीफा सौंपने पहुंचे तो राज्यपाल ने उन्हें वैकल्पिक व्यवस्था बनने तक अपने पद पर बने रहने को कहा। राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपने के बाद उद्धव ठाकरे ने अपने बेटे आदित्य के साथ एक मंदिर में पूजा की। इसके बाद वे अपने आवास मातोश्री पहुंचे थे।