Vikrant Shekhawat : Apr 09, 2021, 04:23 PM
नई दिल्ली। फेसबुक यूजर्स (Facebook users )का डाटा लीक हाेने वाली घटना काे अभी एक सप्ताह भी नहीं हुआ था और अब माइक्राेसॉफ्ट अधिकृत प्राेफेशनल नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म LinkedIn का डाटा लीक (data leak) हाे गया। वाे भी 500 मिलियन यूजर्स का डाटा जिसमें यूजर के फाेन नंबर (Phone number), ईमेल एड्रेस (Email), वर्कप्लेस की जानकारी सहित अन्य जानकारी भी शामिल है। इस बात का खुलासा साइबरन्यूज (Cyber news ) ने किया है। रिपोर्ट में ये बताया गया है कि यूजर्स के डेटा ड्राक वेब पर माैजूद है और हैकर ग्रुप मिलियन की ऊंची कीमत पर बेच रहे है।
डेटा लीक मामले के बाद LinkedIn ने अपने बयान में कहा कि, उसने इसकी जांच की जहां उसे पता चाल कि जिन डेटा को सेल के लिए उपलब्ध करवाया गया है वो वेबसाइट्स और कंपनियों से ली गई हैं और उनके प्लेटफॉर्म का इससे कोई लिंक नहीं है। कंपनी ने आगे कहा कि, हमने जो रिव्यू किया उसमें यही पाया कि, इसमें पबलिकली व्यूऐबल मेंबर का प्रोफाइल डेटा जरूर है जिसे LinkedIn से लिया गया है लेकिन ये एक डेटा ब्रीच नहीं है। कंपनी ने कहा कि, प्राइवेट मेंबर के अकाउंट डेटा को हमारे प्लेटफॉर्म से नहीं लिया गया है। कंपनी ने आगे कहा कि, जब भी कोई मेंबर डेटा को लेने की कोशिश करता है तो हम उसे परमिशन नहीं देते और तुरंत उसपर रोक लगा देते हैं। लेकिन रिपोर्ट में साफ बताया गया है कि, यूजर्स के डेटा को LinkedIn से ही लिया गया है। मालूम हाे कुछ दिन पहले ही फेसबुक के 53.3 करोड़ यूजर्स का डेटा लीक हो हुआ था जिसमें 61 लाख डेटा भारतीय यूजर्स का भी था। इस लीक डेटा में भी यूजर्स की हर जानकारी शामिल था। इस मामलें में फेसबुक ने अपनी सफाई में कहा था कि ऐसा साल 2019 में हुआ था जिसे कंपनी ने उसी साल फिक्स कर दिया था। LinkedIn डेटा ब्रीच पर इंवेस्टिगेशन करना शुरू कर दिया है। Bloomberg काे उन्हाेंने बताया कि वे इस मामले की जांच कर रहे है और वे इसमें देखेंगे कि किन यूजर्स का डेटा लीक है। वहीं सायबर न्यूज के अनुसार इस डेटा का फायदा साइबर क्रिमिनल्स उठा सकते है और इसकी मदद से वाे यूजर्स काे फिशिंग का शिकार बना सकते है। इससे बचने के लिए यूजर्स काे LinkedIn से जुड़े अकाउंट का पासवर्ड चेंज करने की सलाह दी गई है।
डेटा लीक मामले के बाद LinkedIn ने अपने बयान में कहा कि, उसने इसकी जांच की जहां उसे पता चाल कि जिन डेटा को सेल के लिए उपलब्ध करवाया गया है वो वेबसाइट्स और कंपनियों से ली गई हैं और उनके प्लेटफॉर्म का इससे कोई लिंक नहीं है। कंपनी ने आगे कहा कि, हमने जो रिव्यू किया उसमें यही पाया कि, इसमें पबलिकली व्यूऐबल मेंबर का प्रोफाइल डेटा जरूर है जिसे LinkedIn से लिया गया है लेकिन ये एक डेटा ब्रीच नहीं है। कंपनी ने कहा कि, प्राइवेट मेंबर के अकाउंट डेटा को हमारे प्लेटफॉर्म से नहीं लिया गया है। कंपनी ने आगे कहा कि, जब भी कोई मेंबर डेटा को लेने की कोशिश करता है तो हम उसे परमिशन नहीं देते और तुरंत उसपर रोक लगा देते हैं। लेकिन रिपोर्ट में साफ बताया गया है कि, यूजर्स के डेटा को LinkedIn से ही लिया गया है। मालूम हाे कुछ दिन पहले ही फेसबुक के 53.3 करोड़ यूजर्स का डेटा लीक हो हुआ था जिसमें 61 लाख डेटा भारतीय यूजर्स का भी था। इस लीक डेटा में भी यूजर्स की हर जानकारी शामिल था। इस मामलें में फेसबुक ने अपनी सफाई में कहा था कि ऐसा साल 2019 में हुआ था जिसे कंपनी ने उसी साल फिक्स कर दिया था। LinkedIn डेटा ब्रीच पर इंवेस्टिगेशन करना शुरू कर दिया है। Bloomberg काे उन्हाेंने बताया कि वे इस मामले की जांच कर रहे है और वे इसमें देखेंगे कि किन यूजर्स का डेटा लीक है। वहीं सायबर न्यूज के अनुसार इस डेटा का फायदा साइबर क्रिमिनल्स उठा सकते है और इसकी मदद से वाे यूजर्स काे फिशिंग का शिकार बना सकते है। इससे बचने के लिए यूजर्स काे LinkedIn से जुड़े अकाउंट का पासवर्ड चेंज करने की सलाह दी गई है।