Vikrant Shekhawat : Apr 14, 2021, 02:43 PM
नई दिल्ली: दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बुधवार को कहा कि देश और दिल्ली में कोरोना के मामले बहुत तेज़ी से बढ़ रहे हैं, एक हफ़्ते पहले 6,000 बेड थे, अब दिल्ली में 13,000 से ज़्यादा बेड हैं, हम बहुत तेज़ी से बेड बढ़ा रहे हैं। वेंटिलेटर की कोई कमी नहीं है। दिल्ली में लगातार एक लाख से ज़्यादा टेस्ट हो रहे हैं जिसमें से 70 फीसदी टेस्ट आरटी-पीसीआर है। दिल्ली और अन्य राज्यों के मरीजों को भर्ती किया जा रहा है। केंद्र ने 1,100 बिस्तर उपलब्ध कराए हैं।अस्पतालों के साथ बैंक्विट हॉल और होटल जोड़े जा रहे हैं। कम हल्के लक्षण वाले मरीजों को बैंक्विट हॉल में और गंभीर मरीजों का अस्पताल में इलाज किया जाएगा। अस्पतालों पर नॉन कोविड मरीजों का ज्यादा भार न पड़े, इसको देखत पहले से तय सर्जरी भी दो से तीन महीने के लिए स्थगित कर दी गई हैं।स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि बहुत जरूरी हो तभी घर से बाहर निकलें। बिना मास्क के घर से बाहर नहीं निकलें। दिल्ली सरकार की ऐप में गलत डाटा बिल्कुल नहीं दिखा रहा है। उसे अपडेट होने में थोड़ा वक्त जरूर लगता है। कोई भी व्यक्ति को अस्पताल जाना चाहता है ऐप देखकर ही जाए। उन्होंने कहा कि फोन नंबर भी दिए हुए हैं कॉल करके अस्पताल जाएं। दिल्ली में सबको एडमिट कराया जा रहा है। दिल्ली ही नहीं बाहर के मरीजों का भी इलाज किया जा रहा है। इससे पहले मंगलवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने डिजिटल प्रेस कांफ्रेंस में कहा था कि राजधानी में संक्रमण को काबू करने के लिए बड़े स्तर पर योजना बनाई जा रही है। इसके तहत बड़े-बड़े अस्पतालों के साथ बैंक्विट हॉल और होटलों को जोड़ा जा रहा है। मसलन, किसी अस्पताल के अंदर 100 बेड है और उसके साथ एक 100 बेड वाले बैंक्विट हॉल को जोड़ दिया है।इससे बेड की संख्या में बढ़ोतरी होगी और मरीजों को कोई परेशानी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में केवल गंभीर मरीज ही रखे जाएंगे। अगर किसी को केवल ऑक्सीजन की जरूरत होगी तो उसे बैंक्विट हॉल में रखा जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा था कि दिल्ली में कोरोना के केस बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं। इस वाली लहर में युवा काफी ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं। साथ ही बच्चे भी प्रभावित हो रहे हैं। मैं सभी युवाओं से अपील करना चाहूंगा कि वह घर से बाहर जाते समय अपनी सुरक्षा का ध्यान रखें। कोरोना से बचाव के सभी नियमों का पालन करें। बहुत जरूरी होने पर ही घर से बाहर निकले। उन्होंने कहा कि जिन लोगों की उम्र 45 साल के ऊपर है, उन्हें तुरंत अस्पताल में जाकर टीका लगवाना चाहिए।