Vikrant Shekhawat : Dec 21, 2019, 02:58 PM
धौलपुर | बहुत पुरानी कहावत है कि पूत कपूत सुने भाई साधु माता ना सुनी कुमाता, अब यह कहावत भी समय के साथ इस कलयुग में बदल गई है। ऐसा ही एक मामला सामने आया है धौलपुर जिले के सैंपऊ उपखंड इलाके में। जहां बीती रात को एक मां अपनी ही 2 माह की मासूम बच्ची को घर से दूर खेत में झाड़ियों में फेंक आई। जब इस मामले का सुबह पिता को पता लगा तो वह मौके पर पहुंचा और बेटी को झाड़ियों से उठाकर घर लाया तथा पूरे मामले की सूचना 1098 नंबर पर चाइल्ड लाइन को दी। इस पर चाइल्ड की टीम मौके पर पहुंची। जहां पिता ने अपनी विकलांगता का हवाला देते हुए बेटी के पालन-पोषण में असमर्थता जताई और बच्ची को चाइल्ड लाइन टीम के हवाले कर दिया। बताया जा रहा है कि यह बच्ची अपने माता पिता की पहली और इकलौती संतान है।मामला यूं है कि सुंदर सिंह कुशवाह निवासी मोतीलाल का नगला पिपरोआ थाना कोलारी का रहने वाला है। जो कि विकलांग है। जिसकी पत्नी सुजाता बीती रात को अपनी 2 माह की बेटी को सैंपऊ थाना इलाके में स्थित खेतों की झाड़ियों में फेंक आई। जब पिता सुंदर सिंह को घटना का पता लगा तो वह मौके पर पहुंचा और बेटी को उठाकर वापस घर ले आया। इसके बाद उसने चाइल्डलाइन को फोन किया। जिस पर सुबह चाइल्ड लाइन कर्मी मौके पर पहुंचे। जिनसे पिता सुंदर सिंह ने अपनी विकलांगता का हवाला देते हुए बेटी का लालन पालन करने में असमर्थता जताते हुए बेटी को ले जाने की कहा गया। इस पर चाइल्ड लाइन कर्मी बच्ची को लेकर बाल कल्याण समिति धौलपुर आए। जहां बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष रवि पचौरी एडवोकेट, सदस्य गिरीश गुर्जर एडवोकेट, डॉ. संतोष गौड नरेश शर्मा ने बच्ची को डॉक्टर मंगल सिंह सामान्य चिकित्सालय धौलपुर में भर्ती कराने के आदेश दिए। साथ ही समिति के अध्यक्ष रवि पचौरी व गिरीश गर्ग बच्ची के प्रति भावनात्मक लगाव रखते हुए खुद जिला अस्पताल पहुंचे जहां बच्ची को भर्ती करवाया। बाल कल्याण समिति आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है।