देश / हनुमान बेनीवाल ने कहा 2 लाख किसानो के साथ जाएगे दिल्ली, उसी दिन करेंगे NDA छोड़ने का फैसला

जहां एक ओर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) केंद्रीय कृषि कानूनों के मुद्दे पर किसानों को समझाने में जुटी है, वहीं दूसरी ओर उसके अपने सहयोगियों ने इन कानूनों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। नेशनल डेमोक्रेटिक पार्टी (आरएलपी) के संयोजक और एनडीए के सांसद हनुमान बेनीवाल ने घोषणा की है कि उनकी पार्टी 26 दिसंबर को किसानों के आंदोलन के समर्थन में दो लाख किसानों के साथ राजस्थान से दिल्ली तक मार्च करेगी

Vikrant Shekhawat : Dec 20, 2020, 08:34 AM
Jaipur: जहां एक ओर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) केंद्रीय कृषि कानूनों के मुद्दे पर किसानों को समझाने में जुटी है, वहीं दूसरी ओर उसके अपने सहयोगियों ने इन कानूनों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। नेशनल डेमोक्रेटिक पार्टी (आरएलपी) के संयोजक और एनडीए के सांसद हनुमान बेनीवाल ने घोषणा की है कि उनकी पार्टी 26 दिसंबर को किसानों के आंदोलन के समर्थन में दो लाख किसानों के साथ राजस्थान से दिल्ली तक मार्च करेगी। यही नहीं, बेनीवाल ने यह भी कहा कि यह उसी दिन तय किया जाएगा कि एनडीए में रहना है या नहीं।

हनुमान बेनीवाल ने इससे पहले किसान आंदोलन के समर्थन में संसद की तीन समितियों की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। बेनीवाल ने अपना इस्तीफा लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला को भेज दिया है, जिसमें बेनीवाल ने उद्योग, संसद की स्थायी समिति और पेट्रोलियम और गैस मंत्रालय की परामर्श समिति की समिति से इस्तीफा दे दिया है।

ज्ञात हो कि बेनीवाल केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों का लगातार विरोध कर रहे हैं। इससे पहले, उन्होंने कहा था कि किसानों के लिए स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को लागू किया जाना चाहिए। लेकिन शनिवार को, बेनीवाल ने घोषणा की कि वह 2 लाख किसानों के साथ राजस्थान से दिल्ली तक मार्च करेंगे और उसी दिन एनडीए में बने रहने के लिए निर्णय लेंगे या नहीं।

बेनीवाल का कहना है कि अगर केंद्र सरकार इन कृषि कानूनों को निरस्त नहीं करती है, तो वे एनडीए को अपना समर्थन जारी रखने पर विचार करेंगे। उन्होंने कृषि कानूनों के संबंध में गृह मंत्री अमित शाह को एक पत्र भी लिखा।