Vikrant Shekhawat : Mar 08, 2021, 04:54 PM
नई दिल्ली। एक बलात्कार मामले में, भारत के मुख्य न्यायाधीश एसए बोबडे ने 'क्या आप उससे शादी करेंगे' पर सुप्रीम कोर्ट से उत्पन्न विवाद पर टिप्पणी करते हुए कहा, एक अदालत और एक संस्था के रूप में हम हमेशा महिलाओं का सम्मान करते हैं। उन्होंने कहा कि मीडिया और कार्यकर्ता ने इस पूरे मामले को टिप्पणी के गलत संदर्भ में देखा कि क्या आप उनसे शादी करेंगे? जिसके कारण विवाद पैदा हुआ और अदालत की छवि को नुकसान पहुंचा।
सीजेआई ने कहा कि इस अदालत ने हमेशा महिलाओं को सबसे ज्यादा सम्मान दिया है। हमने उस सुनवाई में यह सुझाव भी नहीं दिया कि आपको शादी कर लेनी चाहिए, हमने तो पूछा था कि क्या आप शादी करेंगे? उस मामले में, पूरी तरह से गलत रिपोर्टिंग थी। CJI ने कहा कि एक संस्था और अदालत के रूप में हमें हमेशा स्त्रीत्व के लिए सर्वोच्च सम्मान मिला है।याचिकाकर्ता वकील ने कहा कि कुछ लोग न्यायपालिका की छवि को धूमिल करते हैं और इन लोगों से निपटने के लिए कुछ व्यवस्था की जानी चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि बार के हाथ में हमारी प्रतिष्ठा है, हमें इस तरह से हमारी रक्षा करने की आवश्यकता नहीं है। सुनवाई के दौरान एसजी मेहता ने कहा कि मामले में आधिपत्य के बयान को पूरी तरह से हेरफेर किया गया था, जैसे कि शादी और समझौते के लिए कोई सुझाव दिया गया था।
सीजेआई ने कहा कि इस अदालत ने हमेशा महिलाओं को सबसे ज्यादा सम्मान दिया है। हमने उस सुनवाई में यह सुझाव भी नहीं दिया कि आपको शादी कर लेनी चाहिए, हमने तो पूछा था कि क्या आप शादी करेंगे? उस मामले में, पूरी तरह से गलत रिपोर्टिंग थी। CJI ने कहा कि एक संस्था और अदालत के रूप में हमें हमेशा स्त्रीत्व के लिए सर्वोच्च सम्मान मिला है।याचिकाकर्ता वकील ने कहा कि कुछ लोग न्यायपालिका की छवि को धूमिल करते हैं और इन लोगों से निपटने के लिए कुछ व्यवस्था की जानी चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि बार के हाथ में हमारी प्रतिष्ठा है, हमें इस तरह से हमारी रक्षा करने की आवश्यकता नहीं है। सुनवाई के दौरान एसजी मेहता ने कहा कि मामले में आधिपत्य के बयान को पूरी तरह से हेरफेर किया गया था, जैसे कि शादी और समझौते के लिए कोई सुझाव दिया गया था।