विश्व / पाकिस्तान में हिन्दुओं को मिला दिवाली गिफ्ट, 72 साल बाद खुला यह प्राचीन मंदिर

इस दीपावली पाकिस्तान में हिन्दुओं को 72 साल बाद उनको एक मंदिर का तोहफा मिला है. पाकिस्तान के सियालकोट में एक हजार साल पुराना शिवाला तेजा सिंह मंदिर भारत-पाकिस्तान के बंटवारे के बाद से ही बंद था. साल 1992 में जब उत्तर प्रदेश स्थित अयोध्या में बाबरी मस्जिद को ढहाया गया तो इसके बाद ही वहां भी कट्टरपंथियों ने इस मंदिर को तोड़ दिया था. बंटवारे के बाद पहली बार इस मंदिर में शंखों की ध्वनि गूंजी और लोगों ने पूजा अर्चना की.

News18 : Oct 27, 2019, 06:50 PM
इस्लामाबाद | इस दीपावली (Deepawali) पाकिस्तान (Pakistan) में हिन्दुओं को 72 साल बाद उनको एक मंदिर का तोहफा मिला है. पाकिस्तान के सियालकोट (Sialkot) में एक हजार साल पुराना शिवाला तेजा सिंह मंदिर भारत-पाकिस्तान के बंटवारे के बाद से ही बंद था. साल 1992 में जब उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) स्थित अयोध्या (Ayodhya) में बाबरी मस्जिद (Babari Masjid) को ढहाया गया तो इसके बाद ही वहां भी कट्टरपंथियों ने इस मंदिर को तोड़ दिया था.

वहीं पाकिस्तान की सरकार ने अब करीब 50 लाख रुपए खर्च कर 72 साल से बंद पड़ी इस मंदिर जिर्णोद्धार कराया और शुक्रवार शाम इसे हिन्दुओं को सौंपा. बंटवारे के बाद पहली बार इस मंदिर में शंखों की ध्वनि गूंजी और लोगों ने पूजा अर्चना की.

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, औकाफ ट्रस्ट संपत्ति बोर्ड के एडिशनल सेक्रेटरी फराज अब्बास ने दीपावली के मौके पर हिन्दू रिवाजों से नारियल फोड़कर मंदिर का उद्घाटन किया. रिपोर्ट के अनुसार शिव पिंडी, नंदी बैल स्थापित किया गया. स्थानीय हिन्दू नेता रत्तन लाल के अनुसार मंदिर का संरक्षण करना जरूरी थी. हम लोग बहुत समय से इसकी मांग कर रहे थे.

कई ऐसी निशानियां हैं आज भी पाक में मौजूद

बंटवारे के बाद भारत और पाकिस्तान तो अलग हो गए, लेकिन हिन्दू मान्यता से जुड़ी कई ऐसी निशानियां आज भी पाक में मौजूद हैं. पाकिस्तान में आज भी हिंदुओं के कुछ ऐसे मंदिर हैं, जो काफी मशहूर हैं.  पाकिस्तान के पेशावर में गोरखनाथ मंदिर इन्हीं में से एक है. यह ऐतिहासिक मंदिर 160 साल पुराना है. यह मंदिर बंटवारे के बाद से ही बंद पड़ा था, लेकिन पेशावार हाई कोर्ट के आदेश पर नवंबर 2011 में इसे दोबारा खोला गया था.