TikTok ban / अब इस देश में भी एप स्टोर और गूगल प्ले स्टोर से टिकटॉक को हटाया

टिकटॉक के हांगकांग के मार्केट से बाहर निकलने की घोषणा के बाद अब वह गूगल प्ले स्टोर और एप स्टोर पर भी नहीं मल रहा। हांगांकांग छोड़ने पीछे उसने हाल ही में चीन द्वारा लागू नए राष्ट्रीय सुरक्षा कानून का हवाला दिया था। टिकटॉक के लिए पिछला कुछ समय अच्छा नहीं रहा। इससे पहले वह में भारत में प्रतिबंधित किया गया था। साथ ही प्ले स्टोर और ऐप स्टोर से भी हटा दिया गया था।

ABP News : Jul 11, 2020, 09:20 PM
TikTok News: टिकटॉक के हांगकांग के मार्केट से बाहर निकलने की घोषणा के बाद अब वह गूगल प्ले स्टोर और एप स्टोर पर भी नहीं मल रहा। हांगांकांग छोड़ने पीछे उसने हाल ही में चीन द्वारा लागू नए राष्ट्रीय सुरक्षा कानून का हवाला दिया था। टिकटॉक के लिए पिछला कुछ समय अच्छा नहीं रहा। इससे पहले वह में भारत में प्रतिबंधित किया गया था। साथ ही प्ले स्टोर और ऐप स्टोर से भी हटा दिया गया था।

एप खोलने पर मिल रहा बंद होने का मैसेज

ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, एप को हांगकांग में ऐप स्टोर और प्ले स्टोर से हटाने के बाद वर्तमान यूजर्स जिनके पास अभी भी अपने स्मार्टफोन में एप है। उनके एप खोलने की कोशिश करने पर एक मैसेज दिखता है जिसमें लिखा है कि  “आपको टिकटॉक पर समय बिताने और हमें आपके जीवन में थोड़ी सी खुशी लाने का अवसर देने के लिए धन्यवाद। हमें यह बताते हुए दुख है कि हमने हांगकांग में टिकटॉक को ऑपरेट करना बंद कर दिया है।

टिकटॉक के हांगंकांग मे 1।5 लाख के करीब एक्टिव यूजर्स थे। सिर्फ टिकटॉक ही नहीं बल्कि गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, जूम, फेसबुक, ट्विटर सहित कई अमेरिकी कंपनियों ने कहा था कि वे अस्थायी रूप से हांगकांग अधिकारियों को यूजर्स के डेटा से संबंधित जानकारी देना करना बंद करेंगी। गूगल के एक प्रवक्ता के अनुसार "जब कानून प्रभावी हुआ, तो हमने हांगकांग के अधिकारियों को कोई भी नए डेटा देने पर रोक लगा दी और हम नए कानून को डिटेल से रिव्यू करना जारी रखेंगे।"

इसी तरह से  फेसबुक ने एक स्टेटमेंट में कहा,"हम हांगकांग से यूजर्स के डेटा के लिए सरकारी अनुरोधों की समीक्षा को रोक रहे हैं। राष्ट्रीय सुरक्षा कानून का आकंलन किया जा रहा है जिसमें मानवाधिकार भी शामिल हैं। इसके लिए अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार विशेषज्ञों के साथ कंसल्ट किया जा रहा है।"

गौरतलब है कि इससे पहले भारत में भी टिकटॉक और 58 अन्य ऐप को सरकार ने बैन कर दिया गया था। टिकटॉक  के भारत में 200 मिलियन से अधिक यूजर्स थे, जिनमें बड़ी संख्या में ग्रामीण क्षेत्र के यूजर्स थे।