Vikrant Shekhawat : Jun 26, 2021, 06:51 AM
नई दिल्ली: कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसान यूनियनों से अपना आंदोलन खत्म करने की अपील की है। उन्होंने दावा किया है कि देश का बहुत बड़ा हिस्सा इन कानूनों के समर्थन में खड़ा है। किसान यूनियनों को अगर कृषि कानून के किसी भी प्रावधान से कोई भी आपत्ति है तो सरकार उनसे उस मसले पर बातचीत करने के लिए तैयार है।शुक्रवार को केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि किसान यूनियनों को अपना आंदोलन खत्म करना चाहिए। सरकार ने उनके साथ 11 दौर की वार्ता की है। नए कृषि कानून देश के किसानों के फायदे में हैं। सरकार ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) बढ़ाने की दिशा में काम किया है। वह एमएसपी पर और खरीद की तरफ बढ़ रही है।केंद्रीय कृषि मंत्री ने ये बातें ऐसे समय कहीं हैं जब शनिवार को किसान आंदोलन के 7 महीने पूरे होने पर उनकी ट्रैक्टर रैली निकालने की तैयारी है। इसके मद्देनजर गाजीपुर बॉर्डर पर किसान जुटने शुरू हो गए हैं। तीन कृषि कानूनों के विरोध में किसान प्रदर्शन कर रहे हैं।तोमर कह चुके हैं कि किसानों की समस्या पर सरकार विचार और निराकरण करने के लिए तैयार है। जब भी किसानों की ओर से प्रस्ताव आएगा तो निश्चित रूप से बातचीत के लिए स्वागत किया जाएगा।ट्रैक्टर रैली को लेकर किसानों की पूरी तैयारीउधर, किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि किसान 26 तारीख को कभी नहीं भूलेगा। हर महीने 26 तारीख आएगी, किसान ट्रैक्टरों की रिहर्सल करेगा। ट्रैक्टर दिल्ली का रास्ता न भूल जाएं, इसलिए इनकी रिहर्सल करनी पड़ती है।टिकैत ने उम्मीद जताई कि सरकार बातचीत करेगी। उन्होंने कहा कि बातचीत नहीं करेगी तो अगला कदम उठाया जाएगा। यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक भारत सरकार कानून वापस नहीं लेगी और एमएसपी पर कानून नहीं बनाएगी।क्या है किसानों का प्लान?आंदोलन के 7 महीने पूरे होने पर 26 जून को किसान यूनियनों की ट्रैक्टर रैली निकालने की तैयारी है। उनके प्लान के अनुसार, सिसौली स्थित बीकेयू के मुख्यालय से सैकड़ों ट्रैक्टर यूपी गेट के लिए निकल चुके हैं। शनिवार को ये गाजियाबाद पहुंच जाएंगे। उनके ट्रैक्टरों के साथ प्रदर्शन कर रहे दूसरे किसान रास्ते में जुड़ेंगे। इसका मकसद सरकार पर कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए दबाव बनाना है।येलो लाइन पर 3 मेट्रो स्टेशन रहेंगे बंदवहीं, सुरक्षा के मद्देनजर येलो लाइन के तीन मेट्रो स्टेशनों को शनिवार को 4 घंटे सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक बंद करने का फैसला लिया गया है। इन स्टेशनों में विश्वविद्यालय, सिविल लाइन और विधानसभा शामिल हैं। दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।