Brendan Taylor Spot Fixing / आईसीसी ने जिम्बाब्वे के पूर्व कप्तान पर साढ़े तीन साल का बैन लगाया, जानिए क्यों

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल ने जिम्बाब्वे के पूर्व कप्तान ब्रेंडन टेलर पर साढ़े तीन साल का बैन लगाया है। इतने समय तक वह किसी भी प्रकार का क्रिकेट नहीं खेल सकेंगे। दरअसल, टेलर पर स्पॉट फिक्सिंग को लेकर आईसीसी को देरी से जानकारी देने का आरोप है। टेलर ने हाल ही में सोशल मीडिया पर इस मामले को लेकर एक पोस्ट किया था, जिसमें उन्होंने अपने साथ हुई घटना के बारे में बताया था।

Vikrant Shekhawat : Jan 28, 2022, 08:07 PM
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल ने जिम्बाब्वे के पूर्व कप्तान ब्रेंडन टेलर पर साढ़े तीन साल का बैन लगाया है। इतने समय तक वह किसी भी प्रकार का क्रिकेट नहीं खेल सकेंगे। दरअसल, टेलर पर स्पॉट फिक्सिंग को लेकर आईसीसी को देरी से जानकारी देने का आरोप है। टेलर ने हाल ही में सोशल मीडिया पर इस मामले को लेकर एक पोस्ट किया था, जिसमें उन्होंने अपने साथ हुई घटना के बारे में बताया था। साथ ही उन्होंने आईसीसी को जल्दी जानकारी नहीं देने की गलती भी स्वीकार की थी। उनपर बैन की शुरुआत शुक्रवार से शुरू हुई। 

टेलर ने बताया था कि अक्तूबर 2019 में उन्हें स्पॉट फिक्सिंग में शामिल होने के लिए एक भारतीय बिजनेसमन ने संपर्क किया था। ब्रेंडन टेलर ने इस वाकया का जिक्र करने के लिए ट्विटर पर लंबा चौड़ा पोस्ट भी शेयर किया था। टेलर ने कहा था कि भारतीय बिजनेसमैन से मिलने के दौरान वह बहक गए थे और नशीले पदार्थ (कोकेन) का भी सेवन किया था। उस बिजनेसमैन ने कोकेन लेते हुए टेलर का वीडियो भी बनाया था और इसी के आधार पर उन्हें स्पॉट फिक्सिंग करने की धमकी दे रहे थे। टेलर ने कहा कि इस पूरे घटनाक्रम ने उनके मानसिक स्वास्थ्य पर भारी असर डाला और अब वो रिहेब में भर्ती हैं।

टेलर ने इस पोस्ट के बाद अंग्रेजी अखबार डेली मेल से बातचीत भी की थी। टेलर ने बताया था कि उन्होंने पिछले ढाई साल में कई बार ड्रग टेस्ट पास किया था। हालांकि, आखिरी सितंबर 2021 में आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान वह ड्रग टेस्ट में फेल हो गए थे। आईसीसी ने टेलर को लेकर अपने रिपोर्ट में बताया कि जिम्बाब्वे के पूर्व क्रिकेटर ने एंटी करप्शन यूनिट कोड को चार मायने में तोड़ा है। इसमें न सिर्फ देरी से जानकारी देना शामिल है, बल्कि उन्होंने गिफ्ट और कैश भी लिए।