देश / अगर कोई पार्टी एक परिवार द्वारा कई पीढ़ियों तक चलाई जाती है, तो यह लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है: पीएम

संसद में संविधान दिवस समारोह के दौरान, पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, "यदि कोई पार्टी एक परिवार द्वारा कई पीढ़ियों तक चलाई जाती है, तो यह लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है।" पीएम मोदी ने आगे कहा कि जब राजनीतिक दल अपना लोकतांत्रिक चरित्र खो देते हैं तो "संवैधानिक भावना आहत होती है"। "पीएम ने कहा "जिन पार्टियों ने अपना लोकतांत्रिक चरित्र खो दिया है, वे लोकतंत्र की रक्षा कैसे कर सकते हैं?

Vikrant Shekhawat : Nov 26, 2021, 03:01 PM
नई दिल्ली: संविधान दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सेंट्रल हॉल में अपना संबोधन दिया। उन्होंने अपने भाषण की शुरुआत राष्ट्रपित महात्मा गांधी और बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर को श्रद्धांजलि देते हुए की। इस मौके पर उन्होंने विपक्षी पार्टी के शामिल नहीं होने पर प्रधानमंत्री ने कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि यह विरोध आज से नहीं हो रहा है।

उन्होंने पारिवारिक पार्टियां कहकर कांग्रेस और अन्य विपक्षी पार्टियों पर हमला बोला। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कई दल अपना लोकतात्रिक चरित्र खो चुके हैं। पीएम मोदी ने कहा, ''भारत एक ऐसे संकट की ओर बढ़ रहा है, जो संविधान को समर्पित लोगों के लिए चिंता का विषय है, लोकतंत्र के प्रति आस्था रखने वालों के लिए चिंता का विषय है और वो है पारिवारिक पार्टियां।'' उन्होंने कहा, 'योग्यता के आधार पर एक परिवार से एक से अधिक लोग जाएं, इससे पार्टी परिवारवादी नहीं बन जाती है। लेकिन एक पार्टी पीढ़ी दर पीढ़ी राजनीति में है।'

>> संविधान की भावना को भी चोट पहुंची है, संविधान की एक-एक धारा को भी चोट पहुंची है, जब राजनीतिक दल अपने आप में अपना लोकतांत्रिक कैरेक्टर खो देते हैं। जो दल स्वयं लोकतांत्रिक कैरेक्टर खो चुके हों, वो लोकतंत्र की रक्षा कैसे कर सकते हैं।

>> इस संविधान दिवस को इसलिए भी मनाना चाहिए, क्योंकि हमारा जो रास्ता है, वह सही है या नहीं है, इसका मूल्यांकन करने के लिए मनाना चाहिए।