Vikrant Shekhawat : Mar 23, 2022, 09:20 AM
रूस व यूक्रेन के बीच बीते 28 दिनों से जारी जंग खतरनाक दौर में प्रवेश करती जा रही है। इसे रोकने में अब तक के प्रयास नाकाफी सिद्ध हो रहे हैं। न यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की रूस के सामने समर्पण को तैयार हैं न राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन जंग रोकने को। अब रूस ने चेतावनी दी है कि यदि उसके अस्तित्व पर संकट मंडराया तो वह परमाणु हथियारों के इस्तेमाल से पीछे नहीं हटेगा। रूसी राष्ट्रपति पुतिन के कार्यालय क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने मंगलवार को सीएनएन इंटरनेशनल से कहा कि यूक्रेन युद्ध के दौरान रूस परमाणु हथियारों का इस्तेमाल तभी करेगा जब उसके अस्तित्व के लिए खतरा मंडराएगा। पेसकोव ने कहा कि घरेलू सुरक्षा के लिए हमारी एक व्यवस्था है। इसमें परमाणु हथियारों के इस्तेमाल के नियम तय हैं। ये नियम कोई भी पढ़ सकता है। इनमें तय है कि यदि हमारे देश के अस्तित्व पर संकट हो तो नियमानुसार परमाणु हथियारों का इस्तेमाल किया जा सकता है। क्रेमलिन के प्रवक्ता ने यह बात तब कही जब उनका साक्षात्कार करने वाले क्रिस्टियन अमानपोर ने पूछा कि क्या वह इस बात से आश्वस्त हैं कि राष्ट्रपति पुतिन यूक्रेन में परमाणु हथियारों का विकल्प नहीं चुनेंगे? याद रहे, 24 फरवरी को यूक्रेन पर हमले के चार दिन बाद ही पुतिन ने देश की सामरिक परमाणु इकाई को हाईअलर्ट कर दिया था। उनके इस कदम से पूरी दुनिया चौंक गई थी। इसे परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की परोक्ष धमकी माना गया था। पेसकोव के बयान पर जब अमेरिकी रक्षा प्रतिष्ठान पेंटागन की प्रतिक्रिया चाही गई तो उसके प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि रूस का परमाणु राग खतरनाक है। एक जिम्मेदार परमाणु शक्ति संपन्न देश को इस तरह के बयान नहीं देने चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि यूक्रेन जंग को लेकर पेंटागन को अभी अपनी रणनीति बदलने की जरूरत नहीं है। हालात पर हम लगातार नजर रखे हुए हैं।