Lok Sabha Election / नागपुर में चुनाव से पहले RSS की अहम बैठक, जेपी नड्डा भी होंगे शामिल

लोकसभा चुनाव 2024 से पहले नागपुर में आरएसएस के अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी शामिल होंगे। 15 से 17 मार्च यानी 3 दिन तक चलने वाली संगठन की बैठक में पंच परिवर्तन पर चर्चा की जाएगी। इसके साथ ही लोकसभा चुनाव की रणनीति पर भी चर्चा की जा सकती है। आरएसएस के राष्ट्रीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने कहा है कि संघ ने CAA जैसे कई मुद्दों

Vikrant Shekhawat : Mar 14, 2024, 09:04 AM
Lok Sabha Election: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले नागपुर में आरएसएस के अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी शामिल होंगे। 15 से 17 मार्च यानी 3 दिन तक चलने वाली संगठन की बैठक में पंच परिवर्तन पर चर्चा की जाएगी। इसके साथ ही लोकसभा चुनाव की रणनीति पर भी चर्चा की जा सकती है। आरएसएस के राष्ट्रीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने कहा है कि संघ ने CAA जैसे कई मुद्दों पर पहले ही सरकार को समर्थन दे चुकी है। 

लोकसभा चुनाव की चर्चा होगी?

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा एवं संगठन महामंत्री बीएल संतोष शामिल होंगे। क्या इस बैठक में लोकसभा चुनाव की चर्चा होगी? इस प्रश्न का उत्तर देते हुए आरएसएस के राष्ट्रीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने कहा कि वर्तमान प्रस्थिति में सारे विषय चलते रहते हैं,उन विषयों पर यहाँ पर अपने-अपने अनुभव प्रस्थिति की चर्चा स्वयंसेवक करते हैं। जिन-जिन विषयों पर चर्चा होगी उन पर विस्तार से आगे बताया जाएगा। उन्होंने कहा कि CAA विषय पर का प्रस्ताव पहले ही हो गया था, कानून अभी लाया गया है। संघ पहले ही CAA का समर्थन कर दिया था। समान नागरिक संहिता के संबंध में उत्तराखंड में जब बात आई थी, उसी समय संघ ने उसका समर्थन किया था, इससे लोगों के अधिकार व्यापक होंगे।

6 वर्ष बाद नागपुर में बैठक

हर तीन वर्ष के बाद RSS में  सरकार्यवाह  चुनाव होता है और चुनावी वर्ष की सभा नागपुर में की जाती है। लेकिन कोरोना संक्रमण की वजह से 3 वर्ष पहले यह बैठक नागपुर की जगह बेंगलुरु में की गई थी। तो यह कहा जा सकता है कि 6 वर्ष बाद बैठक नागपुर में हो रही है। जो नये सरकार्यवाह बनेंगे वह अपनी कार्यकारिणी का भी गठन करते हैं। 15 मार्च 17 मार्च तक चलने वाली इस बैठक में 1529 कार्यकर्ता शामिल होंगे। आरएसएस के सभी 36 सहयोगी संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष और संगठन महामंत्री शामिल होंगे। बैठक में भारतीय जनता पार्टी, भारतीय मजदूर संघ, विश्व हिंदू परिषद जैसे सभी सहयोगी संगठन के अध्यक्ष शामिल होंगे।

शताब्दी वर्ष की योजना

इस सभा में शताब्दी वर्ष के दौरान उसकी कार्य योजना बनाई जाएगी। कार्य विस्तार के संबंध में शाखाओं के विस्तार के संबंध में चर्चा की जाएगी। 68000 शाखाओं से एक लाख तक इसे कैसे ले जाया जाए इस पर गहन चर्चा होगी। आरएसएस प्रमुख के साथ-साथ, सरकार्यवाह के प्रवास की रूपरेखा भी तय की जाएगी। वर्तमान परिस्थितियों पर भी चर्चा विस्तृत रूप से की जाएगी। अहिल्याबाई होलकर के तृशताब्दी वर्ष के संबंध में सरसंचालक का वक्तव्य जारी किया जाएगा। 

पंच परिवर्तन पर होगी चर्चा

नागपुर में होने वाली संघ की बैठक में पंच परिवर्तन के संबंध में चर्चा की जाएगी। समाज के साथ मिलकर समाज परिवर्तन के महत्वपूर्ण कार्य हाथ में लिया जाए, पर्यावरण की गतिविधियां, कुटुंब प्रबोधन, सामाजिक समरसता , स्व आधारित समाज की रचना कैसी हो, नागरिक कर्तव्यों की बात करना आवश्यक है, अधिकारों के साथ नागरिक कर्तव्य की चर्चा जरूरी है। पंच परिवर्तन के मुद्दे सामने हैं, इसको कैसे आगे ले जाया जाए इस पर विस्तार से चर्चा होगी।

शाखाओं को 1 लाख पहुंचाने की योजना

सुनील आंबेकर ने बताया है कि आरएसएस का शताब्दी वर्ष 2025 की विजयादशमी से 2026 की विजयदशमी तक मनाया जाएगा। नियमित रूप से अभी संघ की 68 हजार शाखाएं चल रही है, जिसका लक्ष्य शताब्दी वर्ष तक एक लाख करने की योजना है। इस मुद्दे पर बैठक में विस्तृत चर्चा की जाएगी। इस बैठक में समीक्षा की जाएगी अब तक कितनी शाखाएं हुई है 3000 लोगों ने 2 वर्ष का समय दिया था शाखा विस्तार के लिए। एक शाखा होती है जो दूसरी शाखा का विस्तार करती है, यह उसकी विस्तार की पद्धति होती है।