News18 : Sep 22, 2020, 09:44 AM
नई दिल्ली। मार्च से लेकर मई तक जब लॉकडाउन (Lockdown) लगा हुआ था। सिर्फ कोरोना वॉरियर्स (Corona Warriors) और दूसरी जरूरी सेवाओं से जुड़े लोगों को ही बाहर निकलने की अनुमति थी, ऐसे में दिल्ली पुलिस ने 14 लाख से भी ज़्यादा चालान काटे हैं। 14 में से 1.30 लाख चालान के 19 करोड़ रुपये भी वसूले जा चुके हैं।
हालांकि मुम्बई (Mumbai) से सांसद रमेश शेवाले ने इसका ठीकरा दिल्ली पुलिस (Delhi Police) पर फोड़ा है। उनका आरोप है कि गलती पुलिस ने की और खामियाजा अब कोरोना वॉरियर्स को भुगतना पड़ रहा है। शेवाले ने यह मुद्दा लोकसभा (Lok sabha) में भी उठाया है।
एक सड़क पर चलाया दोनों साइड का ट्रैफिक
सांसद राहुल रमेश शेवाले का आरोप है, “दिल्ली में लॉकडाउन के दौरान कोरोना वॉरियर्स समेत बैंक कर्मचारी, मेडिकल स्टाफ, जरूरी सामान की सप्लाई देने वाले और सफाई कर्मचारियों को आने-जाने की छूट दी गई थी। और इस दौरान दिल्ली पुलिस एक ही सड़क पर दोनों साइड का ट्रैफिक चला रही थी। इसे देखते हुए वहां लगे कैमरे भी बंद नहीं किए गए थे। जिसके चलते कोरोना वॉरियर्स के घर चालान भेजे जा रहे हैं। उनसे चालान की रकम की वसूली की जा रही है। जबकि इस मामले में उनकी कोई गलती नहीं है”।2 महीने में पुलिस ने काटे 14 लाख चालानसांसद राहुल रमेश शेवाले के आरोपों के जवाब में गृह मंत्रालय ने कहा है कि 25 मार्च 2020 से लेकिर 31 मई तक करीब 14.30 लाख चालान काटे गए हैं। इसमे से 1.30 लाख चालान के बदले में 19 करोड़ रुपये भी वसूले जा चुके हैं। 5.60 लाख से ज़्यादा चालान वर्चुअल कोर्ट को भी भेजे जा चुके हैं। करीब 13 लाख चालान की रकम अभी वसूलना बाकी है।सांसद के आरोप पर दिल्ली पुलिस ने दी यह सफाईदिल्ली पुलिस का कहना है, “ दिल्ली में 37 अलग-अलग जगहों पर रेड लाइट वॉयलेशन डिटेक्शन कैमरे लगे हुए हैं। हालांकि लॉकडाउन के दौरान कुछ अलग व्यवस्थाओं को देखते हुए 18 जगहों पर लगे ऐसे कैमरों को ऑफ मोड में कर दिया गया था। लेकिन ओवर स्पीड वॉयलेशन डिटेक्शन कैमरे एक्टिव मोड में थे। वहीं रेड लाइड, स्टाप लाइन और ओवर स्पीड के मामलों में ही लोगों को चालान भेजे गए हैं”।
हालांकि मुम्बई (Mumbai) से सांसद रमेश शेवाले ने इसका ठीकरा दिल्ली पुलिस (Delhi Police) पर फोड़ा है। उनका आरोप है कि गलती पुलिस ने की और खामियाजा अब कोरोना वॉरियर्स को भुगतना पड़ रहा है। शेवाले ने यह मुद्दा लोकसभा (Lok sabha) में भी उठाया है।
एक सड़क पर चलाया दोनों साइड का ट्रैफिक
सांसद राहुल रमेश शेवाले का आरोप है, “दिल्ली में लॉकडाउन के दौरान कोरोना वॉरियर्स समेत बैंक कर्मचारी, मेडिकल स्टाफ, जरूरी सामान की सप्लाई देने वाले और सफाई कर्मचारियों को आने-जाने की छूट दी गई थी। और इस दौरान दिल्ली पुलिस एक ही सड़क पर दोनों साइड का ट्रैफिक चला रही थी। इसे देखते हुए वहां लगे कैमरे भी बंद नहीं किए गए थे। जिसके चलते कोरोना वॉरियर्स के घर चालान भेजे जा रहे हैं। उनसे चालान की रकम की वसूली की जा रही है। जबकि इस मामले में उनकी कोई गलती नहीं है”।2 महीने में पुलिस ने काटे 14 लाख चालानसांसद राहुल रमेश शेवाले के आरोपों के जवाब में गृह मंत्रालय ने कहा है कि 25 मार्च 2020 से लेकिर 31 मई तक करीब 14.30 लाख चालान काटे गए हैं। इसमे से 1.30 लाख चालान के बदले में 19 करोड़ रुपये भी वसूले जा चुके हैं। 5.60 लाख से ज़्यादा चालान वर्चुअल कोर्ट को भी भेजे जा चुके हैं। करीब 13 लाख चालान की रकम अभी वसूलना बाकी है।सांसद के आरोप पर दिल्ली पुलिस ने दी यह सफाईदिल्ली पुलिस का कहना है, “ दिल्ली में 37 अलग-अलग जगहों पर रेड लाइट वॉयलेशन डिटेक्शन कैमरे लगे हुए हैं। हालांकि लॉकडाउन के दौरान कुछ अलग व्यवस्थाओं को देखते हुए 18 जगहों पर लगे ऐसे कैमरों को ऑफ मोड में कर दिया गया था। लेकिन ओवर स्पीड वॉयलेशन डिटेक्शन कैमरे एक्टिव मोड में थे। वहीं रेड लाइड, स्टाप लाइन और ओवर स्पीड के मामलों में ही लोगों को चालान भेजे गए हैं”।