पटाखा व्यापारियों को झटका / प्रदूषण की स्थिति को देखते हुए इस बार फिर पटाखों पर लगी रोक

दिल्ली में वायु प्रदूषण के मद्देनजर पिछले साल की तरह इस बार भी सभी तरह के पटाखों के भंडारण, पटाखे बेचने और इस्तेमाल करने पर प्रतिबंध लगाया गया है सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी

Vikrant Shekhawat : Sep 15, 2021, 04:36 PM
दिल्ली में वायु प्रदूषण (Air Pollution) के मद्देनजर पिछले साल की तरह इस बार भी सभी तरह के पटाखों (Firecrackers) के भंडारण, पटाखे बेचने और इस्तेमाल करने पर प्रतिबंध लगाया गया है. सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी.


केजरीवाल ने ट्वीट कर लिखा पिछले 3 साल से दीवाली के समय दिल्ली के प्रदूषण की खतरनाक स्तिथि को देखते हुए पिछले साल की तरह इस बार भी हर प्रकार के पटाखों के भंडारण, बिक्री और उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया जा रहा है. जिससे लोगों की जिंदगी बचाई जा सके.


सीएम केजरीवाल ने आगे कहा पिछले साल व्यापारियों द्वारा पटाखों के भंडारण के बाद प्रदूषण की गंभीरता को देखत हुए देर से पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया जिससे व्यापारियों का नुकसान हुआ था. सभी व्यापारियों से अपील है कि इस बार पूर्ण प्रतिबंध को देखते हुए किसी भी तरह का भंडारण न करें.


अनलॉक: DDMA ने की राहत

दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण विभाग ने 16 सितंबर से सार्वजनिक मेलों, प्रदर्शनियों की अनुमति दे दी है. वहीं, दिल्ली सरकार ने 15-16 सितंबर की मध्यरात्रि से 30 सितंबर-1 अक्टूबर की मध्यरात्रि तक कुछ गतिविधियों को अनुमति दे दी है. इसी के साथ आठवीं कक्षा तक के छात्रों के लिए स्कूल और संस्थान बंद रहेंगे. वहीं कक्षा 9वीं के छात्रों के लिए 50% कक्षा की क्षमता वाले स्कूल/कॉलेज की अनुमति दी गई है.


प्रदर्शनी उद्योग ने लॉकडाउन में हुआ नुकसान

चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री के चेयरमैन बृजेश गोयल ने बताया कि ‘दिल्ली में वीकेंड़ मार्केट, सिनेमाघर, स्कूल, मेट्रो, मॉल, बाजार आदि खुल गए हैं. ऐसे में प्रदर्शनियों और आयोजनों को भी छूट दी जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि प्रदर्शनी उद्योग को कोविड -19 के दौरान काफी नुकसान उठाना पड़ा है. अगर इस उद्योग से प्रतिबंध हटाने का मतलब है कि लगभग 40,000 लोग काम पर वापस आ जाएंगे. दिल्ली में 100 से ज्यादा प्रदर्शनी व्यवसाय से ग्राहक आयोजक हैं.