बिजनेस / कौन हैं हुरुन इंडिया रिच लिस्ट-2021 के अनुसार 10 सबसे अमीर भारतीय?

आईआईएफएल वेल्थ हुरुन इंडिया रिच लिस्ट-2021 में मुकेश अंबानी ₹7,18,000 करोड़ की संपत्ति के साथ लगातार 10वें साल पहले पायदान पर हैं। इसमें ₹5,05,900 करोड़ की संपत्ति के साथ गौतम अदाणी दूसरे जबकि शिव नाडर (₹2,36,600 करोड़) तीसरे स्थान पर हैं। वहीं, एस.पी. हिंदुजा ऐंड फैमिली चौथे, एल.एन. मित्तल 5वें, साइरस पूनावाला छठे और राधाकिशन दमाणी 7वें पायदान पर हैं।

Vikrant Shekhawat : Sep 30, 2021, 03:45 PM
हुरुन इंडिया: RIL के चेयरमैन मुकेश अंबानी 7,18,000 करोड़ रुपये की व्यक्तिगत संपत्ति के साथ IIFL वेल्थ हुरुन इंडिया रिच लिस्ट 2021 में लगातार दसवें वर्ष सबसे अमीर भारतीय बने हुए हैं, जिसमें से अधिकांश रिलायंस इंडस्ट्रीज में उनकी हिस्सेदारी से प्राप्त हुई है. हुरुन इंडिया सूची में देश के उन सबसे अमीर व्यक्तियों के नाम हैं जिनके पास 15 सितंबर, 2021 तक 1,000 करोड़ रुपये या उससे अधिक की संपत्ति है. हुरून इंडिया रिच लिस्ट की 2021 एडिशन में 1007 अमीर भारतीय हैं.

इस बीच, ऑयल रिफाइनिंग से लेकर खुदरा और दूरसंचार तक के कारोबार कर रही RIL $200bn (15 लाख करोड़ रुपये) मार्केट कैप को पार करने वाली पहली भारतीय कंपनी बन गई है. हुरुन ग्लोबल 500 सबसे मूल्यवान कंपनियों की 2021 सूची के अनुसार संचालन के चार दशकों के भीतर, आरआईएल दुनिया की 57 वीं सबसे मूल्यवान फर्म बन गई है.

दूसरी और 5,05,900 करोड़ रुपये के साथ, गौतम अडानी और उनका परिवार IIFL वेल्थ हुरुन इंडिया रिच लिस्ट 2021 में दूसरे स्थान पर आ गया है. अडानी समूह का संयुक्त बाजार पूंजीकरण 9 लाख करोड़ रुपये है. अडानी पावर को छोड़कर, अडानी समूह की सभी सूचीबद्ध कंपनियों की वेल्यूएशन एक लाख करोड़ से अधिक है.

हुरुन इंडिया के एमडी और चीफ रिसर्चर अनस रहमान जुनैद ने कहा, ‘गौतम अडानी एक नहीं, बल्कि पांच 1 लाख करोड़ रुपये की कंपनियां बनाने वाले अकेले भारतीय हैं.

IIFL वेल्थ हुरुन इंडिया रिच लिस्ट के अनुसार गौतम अडानी और उनका परिवार पिछले एक साल से हर रोज 1,000 करोड़ रुपये कमाने में कामयाब रहा. अडानी पहली बार एशिया के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति के रूप में भी उभरे.

कुल मिलाकर, आईआईएफएल वेल्थ हुरुन इंडिया रिच लिस्ट में कुल 13 व्यक्तियों की संपत्ति 1 लाख करोड़ रुपये या उससे अधिक थी, जो की पिछले साल से 5 अधिक थी.

हुरून रिच लिस्ट में एचसीएल के शिव नादर ने अपनी तीसरी रैंक बरकरार रखी है. इसके पीछे का कारण ये है की उनकी कंपनी ट्रावेल, रिटेल, होस्पिटालिटी जैसे कोविड प्रभावित क्षेत्रों में नहीं है. यानी सीमित जोखिम के परिणामस्वरूप उनकी संपत्ति में 67% की वृद्धि हुई और बढकर 2,36,600 करोड़ रुपये हो गई.