- भारत,
- 12-Apr-2025 11:25 PM IST
SRH vs PBKS: शनिवार की शाम राजीव गांधी इंटरनेशनल स्टेडियम में क्रिकेट प्रेमियों को एक ऐतिहासिक मुकाबला देखने को मिला, जहां सनराइजर्स हैदराबाद ने पंजाब किंग्स के खिलाफ आईपीएल इतिहास का दूसरा सबसे बड़ा रन चेज कर सबको चौंका दिया। लक्ष्य था 246 रन का और हैदराबाद ने इसे मात्र 18.3 ओवर में दो विकेट खोकर हासिल कर लिया। यह जीत सिर्फ एक स्कोरबोर्ड की कहानी नहीं थी, बल्कि बल्लेबाजी की एक मिसाल थी, खासतौर पर ओपनर अभिषेक शर्मा के लिए, जिन्होंने इस मैच में अपना पहला आईपीएल शतक जमाया।
अभिषेक शर्मा की यादगार पारी
अभिषेक शर्मा ने इस मैच को अपने करियर की सबसे खास पारियों में बदल दिया। उन्होंने मात्र 55 गेंदों में 141 रन ठोक डाले, जिसमें 10 छक्के और 14 चौके शामिल थे। यह पारी न केवल व्यक्तिगत रूप से उनके लिए यादगार रही, बल्कि टीम की इस रिकॉर्ड जीत की नींव भी बनी। उनकी आक्रामकता, आत्मविश्वास और टाइमिंग ने पंजाब की गेंदबाजी को पूरी तरह बेबस कर दिया।
हेड-शर्मा की तूफानी साझेदारी
ट्रैविस हेड और अभिषेक शर्मा के बीच 171 रनों की ओपनिंग साझेदारी ने पंजाब की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। हेड ने 67 रन बनाकर टीम की गति को बरकरार रखा, जिससे रन चेज कभी मुश्किल नहीं लगा। यह साझेदारी इतनी प्रभावशाली थी कि पंजाब की मजबूत बैटिंग भी फीकी लगने लगी।
पंजाब की शानदार लेकिन नाकाफी बल्लेबाजी
पंजाब किंग्स ने भी कोई कसर नहीं छोड़ी थी। कप्तान श्रेयस अय्यर ने मात्र 36 गेंदों में 82 रन की धुआंधार पारी खेली। उन्होंने पारी को शुरुआत से अंत तक मजबूती दी। उनके साथ मार्कस स्टोइनिस ने आखिरी ओवरों में विस्फोटक अंदाज़ में बल्लेबाजी करते हुए मोहम्मद शमी के खिलाफ चार लगातार छक्के जड़े और नाबाद 34 रन बनाए।
पंजाब की पारी की शुरुआत भी तेज रही, जहां प्रियांश आर्या और प्रभसिमरन सिंह ने पहले विकेट के लिए 66 रन जोड़ते हुए पावरप्ले में टीम का स्कोर 89 तक पहुंचा दिया। वहीं, वढेरा और श्रेयस के बीच 73 रनों की साझेदारी ने पारी को मजबूती दी।
गेंदबाजी में चमके हर्षल पटेल
हैदराबाद की ओर से हर्षल पटेल सबसे सफल गेंदबाज़ रहे, जिन्होंने 4 विकेट झटके। वहीं ईशान मलिंगा ने 2 विकेट लेकर पंजाब की आक्रमकता को थोड़ा थामने की कोशिश की।
नतीजा: हैदराबाद की धमाकेदार जीत
इस मैच में सनराइजर्स हैदराबाद ने आठ विकेट से जीत दर्ज की, जो आईपीएल इतिहास में सबसे बड़े रन चेज में से एक बन गया। इस जीत से टीम का मनोबल भी सातवें आसमान पर पहुंचा और टूर्नामेंट में उनकी स्थिति और मजबूत हुई।