Janmashtami 2024 / जन्माष्टमी पर पूजा में शामिल करें ये 5 चीजें, दुखों से मिलेगा छुटकारा!

कृष्ण जन्माष्टमी इस बार 26 अगस्त को खास संयोग में मनाई जाएगी। अर्द्धरात्रि में अष्टमी तिथि और रोहिणी नक्षत्र मिलेंगे। भक्त इस दिन उपवास रखते हैं, भगवान कृष्ण की पूजा करते हैं और उनके प्रिय भोग जैसे माखन, मिश्री चढ़ाते हैं। पूजा में मूर्ति, फूल, दीप, मिठाई और पंचामृत शामिल करें।

Vikrant Shekhawat : Aug 25, 2024, 03:20 PM
Janmashtami 2024: कृष्ण जन्माष्टमी, जो भगवान श्रीकृष्ण के जन्मदिन के रूप में मनाई जाती है, हिन्दू धर्म में एक अत्यंत महत्वपूर्ण पर्व है। यह पर्व भाद्रपद मास की अष्टमी तिथि को आता है और इस साल 26 अगस्त, सोमवार को मनाया जाएगा। इस बार जन्माष्टमी पर एक दुर्लभ संयोग बन रहा है: अर्द्धरात्रि में अष्टमी तिथि और रोहिणी नक्षत्र का मिलन होगा, जो श्रीकृष्ण के जन्म की तिथि और नक्षत्र से मेल खाता है।

भगवान कृष्ण ने बुराई पर अच्छाई की जीत के लिए कई राक्षसों का वध किया और धर्म की स्थापना की। जन्माष्टमी के अवसर पर भक्त भगवान कृष्ण की पूजा और उपवास करते हैं, और इस पर्व की तैयारी में कुछ विशेष विधियाँ अपनाई जाती हैं:

जन्माष्टमी पूजा की प्रमुख सामग्री:

  • श्री कृष्ण की मूर्ति या चित्र: पूजा का मुख्य केंद्र श्री कृष्ण की मूर्ति या चित्र होता है। आप अपनी पसंद के अनुसार छोटी या बड़ी मूर्ति का चयन कर सकते हैं।
  • फूल और माला: ताजे फूलों की माला से भगवान कृष्ण को सजाएं। तुलसी, मोगरा, या चमेली के सुगंधित फूलों का उपयोग करें।
  • धूप और दीप: वातावरण को पवित्र करने के लिए धूप और दीप जलाएं। घी का दीपक या अगरबत्ती का उपयोग करें।
  • फल और मिठाई: भगवान कृष्ण को भोग के लिए विभिन्न फल और मिठाइयाँ चढ़ाएं। माखन, मिश्री, पेड़ा, और लड्डू भगवान कृष्ण को प्रिय हैं।
  • पंचामृत: पंचामृत, जो दूध, दही, शहद, घी, और केसर से बना होता है, भगवान कृष्ण को अर्पित करें।
जन्माष्टमी मनाने के तरीके:

  • मंदिर और घर में पूजा: कृष्ण जन्माष्टमी के दिन मंदिरों और घरों में भगवान कृष्ण की पूजा करें। विशेष रूप से मध्यरात्रि को भगवान कृष्ण को भोग अर्पित करें।
  • उपवास और भजन: उपवास रखें और मंदिरों में भजन, कीर्तन, और नाटकों का आनंद लें। भगवान कृष्ण की मूर्तियों को फूलों और मालाओं से सजाएं।
  • भोग अर्पण: भगवान कृष्ण को उनके प्रिय भोग जैसे मक्खन, मिश्री, और फल चढ़ाएं।
  • इस बार का जन्माष्टमी संयोग विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। इस पर्व को पूरी श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाएं, ताकि भगवान कृष्ण की कृपा आपके जीवन में बनी रहे।