Vikrant Shekhawat : Dec 19, 2020, 12:05 PM
जोधपुर: जोधपुर में पकड़े जाने से बचने के लिए शराब तस्कर नए-नए तरीके अपना रहे हैं। जोधपुर के गुड़ा विश्नोइयान गांव में आबकारी विभाग की टीम छापेमारी के दौरान एक मकान के गायों के बाड़े में बने तहखाने को देख चौंक उठी। बाड़े में जमीन के भीतर ट्रैक्टर के टैंकर को दबा कर मजबूत तहखाना बनाया गया था। उसमें अवैध शराब रखी गई थी। विभाग की टीम ने इस गुप्त तहखाने से 42 कार्टन यानी करीब 500 लीटर शराब बरामद की है।
जिला आबकारी अधिकारी उदयभानू ने बताया कि गुड़ा विश्नोइयान गांव की जांगुओं की ढाणी में रहने वाले हुक्माराम विश्नोई के यहां अवैध शराब के कारोबार की जानकारी मिली थी। इस पर एक टीम ने मकान पर दबिश दी, लेकिन उसके हाथ कुछ नहीं लगा। लेकिन सूचना पुख्ता होने पर सघन जांच की गई।
इस दौरान गायों के बाड़े में ज्यादा साफ-सफाई दिखी तो टीम को कुछ शक हुआ। इसके बाद वहां जगह पर खुदाई की गई। काफी खुदाई के बाद एक ढक्कन नजर आया। उसे खोलने पर अंदर एक तहखाना दिखा। एक जवान को अंदर उतारने पर पता चला कि अंदर अवैध शराब भरी हुई है। इसके बाद जवानों ने अंदर घुस शराब की बोतलों से भरे कार्टन बाहर निकालना शुरू किए। कुल 42 कार्टन शराब बरामद की गई।
इसके बाद शराब बरामद कर हुक्माराम को गिरफ्तार कर लिया गया। यहां बरामद शराब की बोतलों पर किसी भी ब्रांड का लेबल नहीं लगा था। इससे जाहिर हो रहा है कि यह शराब स्थानीय स्तर पर तैयार की गई। इसके बाद ऊपर लेबल लगाए जाते हैं। बता दें कि जोधपुर में पहले भी शराब का उत्पादन कर उसे बेचने वाला एक तस्कर पकड़ा गया था। उसके मकान के अंदर तहखाने में पूरी शराब की फैक्ट्री मिली थी।
जिला आबकारी अधिकारी उदयभानू ने बताया कि गुड़ा विश्नोइयान गांव की जांगुओं की ढाणी में रहने वाले हुक्माराम विश्नोई के यहां अवैध शराब के कारोबार की जानकारी मिली थी। इस पर एक टीम ने मकान पर दबिश दी, लेकिन उसके हाथ कुछ नहीं लगा। लेकिन सूचना पुख्ता होने पर सघन जांच की गई।
इस दौरान गायों के बाड़े में ज्यादा साफ-सफाई दिखी तो टीम को कुछ शक हुआ। इसके बाद वहां जगह पर खुदाई की गई। काफी खुदाई के बाद एक ढक्कन नजर आया। उसे खोलने पर अंदर एक तहखाना दिखा। एक जवान को अंदर उतारने पर पता चला कि अंदर अवैध शराब भरी हुई है। इसके बाद जवानों ने अंदर घुस शराब की बोतलों से भरे कार्टन बाहर निकालना शुरू किए। कुल 42 कार्टन शराब बरामद की गई।
इसके बाद शराब बरामद कर हुक्माराम को गिरफ्तार कर लिया गया। यहां बरामद शराब की बोतलों पर किसी भी ब्रांड का लेबल नहीं लगा था। इससे जाहिर हो रहा है कि यह शराब स्थानीय स्तर पर तैयार की गई। इसके बाद ऊपर लेबल लगाए जाते हैं। बता दें कि जोधपुर में पहले भी शराब का उत्पादन कर उसे बेचने वाला एक तस्कर पकड़ा गया था। उसके मकान के अंदर तहखाने में पूरी शराब की फैक्ट्री मिली थी।