Indo-China / तनाव कम करने की कोशिश में भारत-चीन, इस हफ्ते हो सकती है बातचीत

भारत और चीन बातचीत के रास्ते दोनों देशों के बीच बने तनाव को कम करने की कोशिश में है। अब एक बार फिर दोनों देश तनाव कम करने के लिए वार्ता करने वाले हैं। सूत्रों का कहना है कि तनाव को कम करने के लिए इस हफ्ते भारत और चीन के बीच सैन्य और राजनयिक स्तर की वार्ता हो सकती है। इस हिंसक झड़प के बाद से ही दोनों देशों में तनाव बढ़ गया। हालांकि घटना के बाद दोनों देशों के बीच बातचीत भी हुई थी।

AajTak : Jun 22, 2020, 07:39 AM
Indo-China: भारत और चीन के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई है। लद्दाख में गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है। वहीं अब सूत्रों का कहना है कि दोनों देश इस तनाव को कम करने के लिए इस हफ्ते बातचीत कर सकते हैं।

भारत और चीन बातचीत के रास्ते दोनों देशों के बीच बने तनाव को कम करने की कोशिश में है। अब एक बार फिर दोनों देश तनाव कम करने के लिए वार्ता करने वाले हैं। सूत्रों का कहना है कि तनाव को कम करने के लिए इस हफ्ते भारत और चीन के बीच सैन्य और राजनयिक स्तर की वार्ता हो सकती है।

बता दें कि लद्दाख में एलएसी पर गलवान घाटी में भारतीय और चीनी सेना में 15 जून को हिंसक झड़प हुई थी। इसमें 20 भारतीय जवान शहीद हो गए थे, जबकि चीन के कई सैनिक हताहत हुए थे। हालांकि चीन ने मारे गए अपने सैनिकों की संख्या के बारे में कोई सार्वजनिक जानकारी साझा नहीं की।

इस हिंसक झड़प के बाद से ही दोनों देशों में तनाव बढ़ गया। हालांकि घटना के बाद दोनों देशों के बीच बातचीत भी हुई थी। वहीं गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प के बाद पीएम मोदी ने कहा था कि न तो कोई हमारी सीमा में घुसा हुआ है और न ही हमारी कोई पोस्ट किसी दूसरे के कब्जे में है। लद्दाख में हमारे 20 जांबाज शहीद हुए, लेकिन जिन्होंने भारत माता की तरफ आंख उठाकर देखा था, उन्हें वो सबक सिखाकर गए।

करारा जवाब

वहीं भारत-चीन से तनाव के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तीनों सेना के प्रमुखों के अलावा सीडीएस बिपिन रावत के साथ बैठक की। बैठक में लद्दाख में जमीनी हालात की पूरी समीक्षा और एलएसी के साथ तैयारियों का जायजा लिया गया। सूत्रों ने बताया कि बैठक में तय किया गया कि भारत एलएसी पर तनाव को बढ़ावा नहीं देता है, लेकिन अन्य पक्ष ऐसा करते हैं तो उन्हें करारा जवाब दिया जाएगा।