India vs Bharat / India नहीं भारत, NCERT की किताबों में बदलेगा देश का नाम? सामने आई नई बात

इंडिया की जगह भारत नाम होने की बात काफी समय से चर्चा में है. अब इसपर NCERT ने फैसला लिया है. NCERT के डायरेक्टर सी आई इसाक ने कक्षा 12वीं की बुक्स में इंडिया की जगह भारत करने का फैसला लिया है. एनसीईआरटी के 12वीं क्लास के किताबों में नाम बदलने का फैसला विशेष पैनल ने लिया है. पैनल के सदस्यों में से एक सीआई इस्साक के मुताबिक, नई एनसीईआरटी किताबों के नाम में बदलाव होगा. यह प्रस्ताव कुछ महीने पहले रखा गया था और अब इसे

Vikrant Shekhawat : Oct 25, 2023, 07:30 PM
India vs Bharat: इंडिया की जगह भारत नाम होने की बात काफी समय से चर्चा में है. अब इसपर NCERT ने फैसला लिया है. NCERT के डायरेक्टर सी आई इसाक ने कक्षा 12वीं की बुक्स में इंडिया की जगह भारत करने का फैसला लिया है. एनसीईआरटी के 12वीं क्लास के किताबों में नाम बदलने का फैसला विशेष पैनल ने लिया है. पैनल के सदस्यों में से एक सीआई इस्साक के मुताबिक, नई एनसीईआरटी किताबों के नाम में बदलाव होगा. यह प्रस्ताव कुछ महीने पहले रखा गया था और अब इसे स्वीकार कर लिया गया है. NCERT पैनल के मंजूरी के बाद ये सारी नई किताबों में भारत नाम लागू होगा. इसाक ने बताया कि एनसीईआरटी समिति ने बुक्स में प्राचीन इतिहास के स्थान पर क्लासिकल हिस्ट्री शुरू करने की सिफारिश की

इतिहास के किताबों में बदलाव

एनसीईआरटी समिति ने भी पाठ्यपुस्तकों में “हिंदू जीत” को उजागर करने की सिफारिश की है. इसने पाठ्यपुस्तकों में ‘प्राचीन इतिहास’ के स्थान पर ‘शास्त्रीय इतिहास’ को शामिल करने की भी सिफारिश की है. बता दें कि साल 2020 में नई एजुकेशन पॉलिसी के आने के बाद ये बदलाव किए जा रहे हैं.

अप्रैल महीने में एनसीईआरटी की ओर से कक्षा 10वीं, 11वीं और 12वीं के सिलेबस में बदलाव किए गए थे. किताबों में कई टॉपिक्स हटा दिए गए थे. इन बदलावों का विरोध किया जा रहा है. विज्ञान की बुक्स से कई टॉपिक हटाए गए थे. कई वैज्ञानिकों, विज्ञान शिक्षकों और अन्य शिक्षकों ने सीबीएसई के दसवीं कक्षा के अपडेटेड एनसीईआरटी सिलेबस को लेकर नाराजगी जताई थी.

राष्ट्रपति ने की थी शुरुआत

एनसीईआरटी पैनल की सिफारिश इन अटकलों को खारिज करती है कि क्या देश का नाम बदलकर ‘भारत’ रखा जाएगा. इस साल की शुरुआत में चर्चा तब शुरू हुई जब केंद्र ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा आयोजित जी20 रात्रिभोज के निमंत्रण को “भारत के राष्ट्रपति” के नाम पर भेज दिया, जिससे राजनीतिक विवाद शुरू हो गया.

इसके बाद सितंबर में, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की ‘भारत’ नेमप्लेट को मेज पर प्रदर्शित किया गया था. दिल्ली के प्रगति मैदान में भारत मंडपम में जी20 लीडर्स शिखर सम्मेलन को संबोधित करते समय पीएम मोदी के मेज पर भारत लिखा देखा गया था. एनसीईआरटी की समिति ने स्कूल पाठ्यपुस्तकों में इंडिया की जगह भारत लिखने की सिफारिश की.

NCERT ने क्या कहा?

इस मामले पर NCERT का आधिकारिक बयान भी सामने आ गया। उसने स्पष्ट रूप से कहा है कि चूंकि नए सिलेबस और किताबों का विकास प्रक्रिया में है और उस उद्देश्य के लिए NCERT द्वारा डोमेन विशेषज्ञों के विभिन्न करिकुलर एरिया ग्रुप्स को नोटीफाई किया जा रहा है। इसलिए, संबंधित मुद्दे पर मीडिया में चल रही खबरों पर टिप्पणी करना जल्दबाजी होगी।

INDIA और भारत की चर्चा कैसे शुरू हुई?

भारत नाम पहली बार आधिकारिक तौर पर तब सामने आया जब सरकार ने INDIA के राष्ट्रपति की बजाय भारत के राष्ट्रपति के नाम पर जी20 निमंत्रण भेजा। बाद में, नई दिल्ली में शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेमप्लेट पर भी INDIA की बजाय भारत लिखा गया। इसके बाद सोशल मीडिया पर ये बहस तेज हो गई कि क्या इंडिया का नाम भारत होने वाला है और अगर ऐसा हुआ तो उसके क्या फायदे और नुकसान होंगे। ये डिबेट लंबे समय तक सोशल मीडिया पर चलती रही और सुर्खियों में भी रही। हाल फिलहाल में ये चर्चा थोड़ी कम हो गई थी लेकिन जैसे ही NCERT की किताबों से जुड़ी खबर मीडिया रिपोर्ट्स में चली तो एक बार फिर इस चिंगारी ने आग पैदा कर दी क्या INDIA का नाम भारत करने की प्लानिंग चल रही है?