Vikrant Shekhawat : Jan 24, 2021, 09:14 PM
Cricket: टीम इंडिया के तेज गेंदबाज टी नटराजन ने 2 दिसंबर 2020 से पहले एक भी इंटरनैशनल मैच नहीं खेला था और जनवरी 2021 तक वह भारतीय टीम की ओर से तीनों फॉर्मैट में डेब्यू कर चुके हैं। नटराजन ने दिखा दिया है कि अगर कड़ी मेहनत की जाए, तो कुछ भी नामुमकिन नहीं है। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 13वें सीजन में सनराइजर्स हैदराबाद की ओर से शानदार गेंदबाजी करने वाले नटराजन को ऑस्ट्रेलिया दौरे पर नेट गेंदबाज के तौर पर शामिल किया गया और यहां से उनकी किस्मत पूरी तरह पलट गई। नटराजन ने टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली की जमकर तारीफ की है।टी20 इंटरनैशनल टीम में चुने गए वरुण चक्रवर्ती चोटिल हुए और उनकी जगह नटराजन को टीम में शामिल किया गया। ऑस्ट्रेलियाई दौरे की शुरुआत वनडे इंटरनैशनल सीरीज के साथ हुई। नवदीप सैनी के बैकअप के तौर पर नटराजन को टीम में चुना गया। टीम इंडिया पहले दो मैच हारकर सीरीज गंवा चुका था, इसके बाद नटराजन को टीम में शामिल किया गया और भारत ने आखिरी मैच जीत लिया। इसके बाद नटराजन ने टी20 सीरीज के तीनों मैच खेले और कुल छह विकेट भी झटके।नटराजन ने यह भी कहा कि उन्हें विराट कोहली और अजिंक्य रहाणे की कप्तानी में खेलना काफी अच्छा लगा क्योंकि उन्होंने काफी मनोबल बढ़ाया और सपोर्ट किया। उन्होंने कहा, 'विराट कोहली और अजिंक्य रहाणे ने मुझे अच्छी तरह से संभाला। उन्होंने मुझे काफी पॉजिटिव चीजें कहीं और मुझे प्रेरित किया। मुझे दोनों की कप्तानी में खेलना अच्छा लगा।' नटराजन ने कहा कि वह तब भावुक हो गए थे, जब कोहली ने टी20 सीरीज जीतने के बाद ट्रॉफी उन्हें दी थी। 29 साल के खिलाड़ी ने कहा, 'जब कोहली ने टी20 सीरीज जीतने के बाद ट्रॉफी मुझे दी तो मेरी आंखे डबडबा गईं।'इंटरनैशनल खिलाड़ियों के साथ ड्रेसिंग रूम साझा करने के बारे में नटराजन ने कहा कि यह शुरू में मुश्किल था, लेकिन बाद में वह उनसे कई चीजें सीखने में सफल रहे। बाएं हाथ के तेज गेंदबाज ने कहा, 'कई भारतीय और विदेशी खिलाड़ियों के साथ आईपीएल में खेलने से मदद मिली क्योंकि वो अनुभव उपयोगी था। मैं उनके साथ बात कर सकता था और उनसे सीख सकता था। पहले यह मुश्किल था, लेकिन बाद में यह ठीक हो गया। मैं उनसे कई चीजें सीखने में सफल रहा।'