वैक्सीनेशन / 2021 के अंत तक सभी वयस्कों को कोविड-19 टीका लगाने की स्थिति में होगा देश: हर्षवर्धन

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने शुक्रवार को कहा कि 2021 के अंत तक देश सभी वयस्कों को कोविड-19 टीका लगाने की स्थिति में होगा। आगामी महीनों में वैक्सीन उत्पादन तेज़ी से बढ़ने की उम्मीद जताते हुए उन्होंने बताया, "अगस्त-दिसंबर के बीच देश के पास वैक्सीन की 216 करोड़ डोज़ उपलब्ध होंगी और जुलाई तक 51 करोड़ डोज़ हासिल की जाएंगी।"

Vikrant Shekhawat : May 22, 2021, 10:56 AM
नई दिल्लीः केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने शुक्रवार को कहा कि भारत 2021 के अंत तक कम से कम अपनी पूरी वयस्क आबादी को टीकाकरण करने की स्थिति में होगा. उन्होंने नौ राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में महामारी की स्थिति की समीक्षा के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के जरिए एक बैठक की. इसमें उन्होंने कहा, "अगस्त और दिसंबर 2021 के बीच  भारत 216 करोड़ वैक्सीन डोज की खरीद कर लेगा, जबकि इस साल जुलाई तक 51 करोड़ डोज की खरीद हो जाएगी."

स्वास्थ्य मंत्रालय के एक स्टेटमेंट के अनुसार, हर्षवर्धन ने भविष्य में वायरस के म्यूटेट होने और बच्चों पर इसके प्रभाव की अटकलों पर भी बात की और कहा कि ऐसी किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं को अपग्रेड किया जा रहा है.

आगामी महीनों में देश में वैक्सीन के उत्पादन में आएगी तेजी

स्वास्थ्य मंत्री ने टीकाकरण में तेजी लाने की आवश्यकता पर जोर दिया और केंद्र सरकार द्वारा दूसरी डोज के लिए 70 प्रतिशत डोज उपलब्ध कराए जाने की बात दोहराई. स्टेटमेंट में कहा गया है कि उन्होंने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से वैक्सीन की बर्बादी के प्रति सतर्क रहने का भी अनुरोध किया. उन्होंने कहा कि सरकार देश में वैक्सीन की उपलब्धता बढ़ाने के लिए वैक्सीन निर्माताओं को सपोर्ट कर रही है. उन्होंने उम्मीद जताई कि आने वाले महीनों में देश में टीकों के उत्पादन में तेजी से वृद्धि होगी. स्टेटमेंट के अनुसार, स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी कहा कि साल के अंत तक देश कम से कम अपनी पूरी वयस्क आबादी का टीकाकरण करने की स्थिति में होगा.

छोटे राज्य में संक्रमण के मामले बढ़ने पर जताई चिंता

स्वास्थ्य मंत्री छोटे राज्य में संक्रमण के मामले बढ़ने पर चिंता जताई और कहा कि सतर्क रहने की सख्त जरूरत है. उन्होंने राज्यों से महामारी के खिलाफ लड़ने के लिए टेस्ट, ट्रैकिंग, ट्रेसिंग, उपचार और अब टीकाकरण के साथ-साथ कोविड-19- एप्रोपप्रिएट बिहेवियर के बुनियादी सिद्धांतों का पालन करने के लिए कहा. 

डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि छतीसगढ़ में मई की शुरुआत में लगभग 30 प्रतिशत पॉजिटिविटी रेट देखने को मिली तो हिमाचल प्रदेश में 35,000 से अधिक एक्टिव मामले हैं, जबकि मृत्यु दर (1.44 प्रतिशत) राष्ट्रीय औसत से काफी अधिक है. उन्होंने हिमाचल प्रदेश में मामलों में तेजी से वृद्धि के लिए विवाह, सुपर स्प्रेडर इवेंट आदि को जिम्मेदार बताया.

कई राज्यों में मामलों में गिरावट का ट्रेंड

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि गोवा में 22,000 सक्रिय केस के साथ मामलों वृद्धि का ट्रेंड दिख रहा है तो दमन और दीव में 366 एक्टिव मामले हैं और गिरावट का ट्रेंड दिख रहा है. इसी तरह लद्दाख में भी फिलहाल 1500  एक्टिव केस हैं और मामलों मे कमी का ट्रेंड देखने को मिल रहा है.