देश / सेना प्रमुख नरवणे का बड़ा बयान- देश में घुसपैठ की कोशिश कर रहे आतंकी

भारतीय सेना के प्रमुख आर्मी चीफ जनरल एमएम नरवणे ने शनिवार (28 नवंबर) को चेतावनी दी है देश की सीमा पर आतंकियों का खतरा मंढरा रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश (Union Territory) जम्मू-कश्मीर में सामान्य लोकतांत्रिक प्रक्रिया को बाधित करने के लिए आतंकी घुसपैठ करने की कोशिश कर रहे हैं।

Vikrant Shekhawat : Nov 28, 2020, 10:35 PM
नई दिल्लीः भारतीय सेना के प्रमुख आर्मी चीफ जनरल एमएम नरवणे (Indian Army Chief General MM Naravane) ने शनिवार (28 नवंबर) को चेतावनी दी है देश की सीमा पर आतंकियों का खतरा मंढरा रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश (Union Territory) जम्मू-कश्मीर में सामान्य लोकतांत्रिक प्रक्रिया को बाधित करने के लिए आतंकी घुसपैठ करने की कोशिश कर रहे हैं।

अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में सेना प्रमुख जनरल नरवणे ने कहा, 'हमारी पश्चिमी सीमाओं पर मौजूदा हालात में आतंकवाद अभी भी गंभीर खतरा बना हुआ है, कई कोशिशों के बावजूद इसमें कमी नहीं आ रही है। नियंत्रण रेखा (LoC) पर आतंकियों के लांच पैड हैं और आतंकी सामान्य लोकतांत्रिक प्रक्रिया को बाधित करने के लिए जम्मू एवं कश्मीर में घुसपैठ की कोशिश कर रहे हैं।'

सर्दियों की शुरुआत से सीमा में आने की कोशिश कर रहे आतंकी

आर्मी चीफ ने जानकारी दी है कि सर्दियों की शुरुआत के साथ ही आतंकी घुसपैठ की इस साल की आखिरी कोशिश कर रहे हैं। गौरतलब है कि बर्फ का स्तर अधिक हो जाने से सीमा पर घुसपैठ करना आतंकियों के लिए नामुमकिन हो जाता है। लिहाजा आतंकियों ने घाटी में दक्षिण दिशा की ओर से घुसपैठ की वारदातों में इजाफा किया है, यानी अब निचले इलाकों के जरिए घुसपैठ की साजिश हो रही है। इन वारदातों में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सुरंगें बनाना भी शामिल हैं।

सभी चुनौतियों का सामना कर रहा देश

सेना प्रमुख नरवणे ने आगे कहा, ''आज देश सभी ओर से चुनौतियों का सामना कर रहा है, कुछ घरेलू हैं और कुछ बाहरी। देश की रक्षा में सशस्त्र बल सबसे मजबूत स्तंभ हैं। जब हर चीज विफल हो सकती हैं, हम नहीं हो सकते। युद्ध में कोई उपविजेता नहीं होता। हर चुनौती के समय देश हमसे ही अपेक्षा करता है चाहे युद्ध की स्थिति हो, प्राकृतिक आपदा हो, कानून-व्यवस्था बिगड़ने की स्थिति हो या फिर राजनयिक अभियान।'' मालूम हो कि पिछले दिनों ही सेना प्रमुख ने भारतीय नौसैनिक अकादमी (Indian Naval Academy) की पासिंग आउट परेड का निरीक्षण किया था। प्रशिक्षण पूरा करने के बाद कुल 164 प्रशिक्षु अधिकारी बन गए हैं।