Zee News : Aug 19, 2020, 09:33 AM
पोर्ट लुईस, मॉरीशस: मॉरीशस (Mauritius) के अधिकारियों ने मंगलवार को जापानी स्वामित्व जहाज के एक भारतीय कैप्टेन को गिरफ्तार कर लिया। गौरतलब है कि ये वही पुराना जहाज था जिससे हुए तेल रिसाव के बाद पर्यटन पर आधारित अर्थव्यस्था वाले इस देश में पर्यावरणीय आपातकाल (Environmental emergency) लगाना पड़ा था। 25 जुलाई को जहाज (MV Wakashio) यहां के कोरल रीफ के पास पहुंचा था। उस दौरान शुरू हुए तेल रिसाव ने वहां मौजूद सैलानियों को डरा दिया था। हालांकि अधिकारी अभी ये खुलासा नहीं कर पाए हैं कि आखिर सिंगापुर से ब्राजील जा रहा जहाज, इस समुद्री आइसलैंड के इतने करीब कैसे पहुंच गया।
पुलिस अधिकारियों ने जहाज के भारतीय कप्तान और उनके मातहत डिप्टी कप्तान (second-in-command) को गिरफ्तार करने की पुष्टि करते हुए उन्हों अदालत में पेश करने की जानकारी दी। पुलिस विभाग के प्रवक्ता इंस्पेक्टर शिवा कोथेन ने कहा कि मामले की जांच जारी है और बुधवार से बाकी क्रू मेंबर्स से भी पूछताछ होगी।जापान ने भेजी दूसरी टीम गौरतलब है कि फ्रांस के विशेषज्ञ मदद में जुटे हुए हैं। वहीं मॉरिशस की मदद कर रही जापान इंटरनेशनल कॉपरेशन एजेंसी (Japan International Cooperation Agency) के मुताबिक तेल रिसाव की बड़ी मात्रा को हटा लिया गया है और अब बेहद कम ईंधन ही समुद्री किनारे पर बचा है। सोमवार को ही जापान ने यहां अपने विशेषज्ञों की 7 सदस्यीय दूसरी टीम भेजने का ऐलान किया था। नई टीम में टोक्यो की एक एक्सपर्ट कंपनी के 6 सदस्य आज मॉरिशस रवाना होंगे जो इस काम में माहिर है।Piracy & Maritime violence actजहाज के भारतीय कप्तान और उनके श्रीलंकाई डिप्टी पर पाइरेसी और समुद्री कानूनों के उल्लंघन (piracy and maritime violence act) के तहत गिरफ्तार किया है। अदालत में मामले की अगली सुनवाई 25 अगस्त को होगी।
पुलिस अधिकारियों ने जहाज के भारतीय कप्तान और उनके मातहत डिप्टी कप्तान (second-in-command) को गिरफ्तार करने की पुष्टि करते हुए उन्हों अदालत में पेश करने की जानकारी दी। पुलिस विभाग के प्रवक्ता इंस्पेक्टर शिवा कोथेन ने कहा कि मामले की जांच जारी है और बुधवार से बाकी क्रू मेंबर्स से भी पूछताछ होगी।जापान ने भेजी दूसरी टीम गौरतलब है कि फ्रांस के विशेषज्ञ मदद में जुटे हुए हैं। वहीं मॉरिशस की मदद कर रही जापान इंटरनेशनल कॉपरेशन एजेंसी (Japan International Cooperation Agency) के मुताबिक तेल रिसाव की बड़ी मात्रा को हटा लिया गया है और अब बेहद कम ईंधन ही समुद्री किनारे पर बचा है। सोमवार को ही जापान ने यहां अपने विशेषज्ञों की 7 सदस्यीय दूसरी टीम भेजने का ऐलान किया था। नई टीम में टोक्यो की एक एक्सपर्ट कंपनी के 6 सदस्य आज मॉरिशस रवाना होंगे जो इस काम में माहिर है।Piracy & Maritime violence actजहाज के भारतीय कप्तान और उनके श्रीलंकाई डिप्टी पर पाइरेसी और समुद्री कानूनों के उल्लंघन (piracy and maritime violence act) के तहत गिरफ्तार किया है। अदालत में मामले की अगली सुनवाई 25 अगस्त को होगी।