मध्य प्रदेश / देश का पहला 'वॉटर प्लस' शहर बना इंदौर: सीएम शिवराज सिंह चौहान

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को बताया कि भारत के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर को स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 के तहत देश का पहला 'वॉटर प्लस' शहर घोषित किया गया है। उन्होंने ट्वीट किया कि सफाई के प्रति अपने समर्पण और दृढ़इच्छा के लिए इंदौर पूरे देश के सामने एक उदाहरण रहा है।

Vikrant Shekhawat : Aug 12, 2021, 02:45 PM
इंदौरः देश के सबसे साफ शहर इंदौर ने अब एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है. स्वच्छता में चार बार से देश में नंबर वन का तमगा हासिल कर रहे इंदौर ने स्वच्छता की विजय यात्रा में एक और उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है. इंदौर को देश का पहला वाटर प्लस शहर घोषित किया गया है. 

इंदौर को यह उपलब्धि मिलने पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने इंदौर नगर निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ ही शहर के नागरिकों को बधाई दी है. तो इंदौर के प्रभारी मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने भी इस मौके पर शहरवासियों को बधाई दी.

84 शहरों में इंदौर बना नंबर-1

गौरतलब है कि वॉटर प्लस की चयन प्रक्रिया में देश के 84 शहरों ने आवेदन किये थे, जिसमें से सिर्फ 33 शहरों को जमीनी सत्यापन के लिये उचित पाया गया था. जमीनी सत्यापन में इंदौर शहरवासियों की मेहनत ने एक बार फिर इतिहास रचा है. स्वच्छता भारत मिशन शहरी के अंतर्गत देश के शहरों का विभिन्न स्वच्छता मानकों के आधार पर परीक्षण किया जाता है. इसमें ओडीएफ प्लस, ओडीएफ डबल प्लस और वॉटर प्लस की श्रेणियां हैं.

खास बात यह है कि वॉटर प्लस का प्रमाण-पत्र उन शहरों को दिया जाता है, जिन्होंने ओडीएफ डबल प्लस के सभी मानकों को पूर्ण किया हो. साथ ही आवासीय और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों से निकलने वाले अवशिष्ठ मल-जल को उपचार के बाद ही पर्यावरण में छोड़ा जाता हो. ट्रीटेड वेस्ट-वॉटर का पुन: उपयोग भी सुनिश्चित किया जाता है. जो शहर इन मानकों पर खरा उतरता है उन्हें ही वॉटर प्लस घोषित किया जाता है. खास बात यह है कि इंदौर इन सभी पैमानों पर खरा उतरा और देश में पहला वॉटर प्लस शहर बनकर उभरा.

9 से 14 जुलाई के बीच हुआ था सर्वे

इंदौर में वॉटर प्लस का सर्वे 9 से 14 जुलाई के बीच हुआ था. केंद्रीय टीम ने शहर में लगातार 5 दिनों तक घूमकर सभी पैमानों पर जांच की थी. टीम ने कम्युनिटी टॉयलेट पब्लिक टॉयलेट  के साथ 11 पैरामीटर पर इंदौर शहर में सर्वे किया था. जिसके लिए इंदौर नगर निगम के अधिकारियों ने पहले से ही तैयारियां कर ली थी. 

200 लोकेशन देखने के बाद मिला सर्टिफिकेट 

खास बात यह है कि इंदौर शहर में केंद्रीय टीम ने 11 पैरामीटर्स को ध्यान में रखते हुए शहर की करीब 200 लोकेशनों का सर्वे किया था. जहां हर पैमाने पर खरा उतरने के बाद ही इंदौर शहर को यह उपलब्धि मिली है. खास बात यह है कि यह सर्वे बारिश के मौसम में हुआ था. जब पानी की निकासी बड़ी चुनौती रहती है. लेकिन इंदौर ने हर चुनौती को पार करते हुए वॉटर प्लस शहर का नंबर वन खिताब हासिल कर लिया. 

5वीं बार स्वच्छता में नंबर-1 बनने का दावा मजबूत

खास बात यह है कि इस उपबल्धि के बाद इंदौर शहर का स्वच्छता रेकिंग में लगातार 5वीं बार नंबर-1 बनने का दावा भी मजबूत हो गया है. इंदौर नगर निगम की आयुक्त प्रतिभा पाल ने भी इस उपलब्धि पर खुशी जताते हुए शहर के लोगों को धन्यवाद दिया है.