Meta Suicide Prevention / Insta और Facebook बचा रहे लोगों की जान, AI सिस्टम कैसे रोक रहा सुसाइड?

Meta, Instagram और Facebook की पैरेंट कंपनी, AI तकनीक का उपयोग कर खुदकुशी की प्रवृत्ति वाले लोगों की पहचान करती है। यह टेक्नोलॉजी पोस्ट, कमेंट और वीडियो का विश्लेषण कर संकेत पहचानती है। संभावित खतरा मिलने पर, विशेष टीम मदद सुनिश्चित करती है। यह पहल जीवन बचाने में अहम भूमिका निभा रही है।

Vikrant Shekhawat : Nov 17, 2024, 02:00 PM
Meta Suicide Prevention: क्या आप जानते हैं कि इंस्टाग्राम और फेसबुक जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म सिर्फ बातचीत और कनेक्शन के लिए ही नहीं, बल्कि लोगों की जान बचाने में भी मदद कर रहे हैं? इनकी पैरेंट कंपनी Meta ने एक खास आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) तकनीक विकसित की है, जो आत्महत्या जैसे खतरों को पहचानकर समय पर मदद पहुंचाती है।

कैसे काम करती है यह तकनीक?

Meta की AI तकनीक सोशल मीडिया पर पोस्ट और वीडियो को स्कैन करती है। यदि कोई व्यक्ति ऐसे शब्द या सामग्री साझा करता है जो खुदकुशी की ओर इशारा करती हो, तो यह तकनीक तुरंत सतर्क हो जाती है। यह न केवल लिखे गए संदेशों को समझती है, बल्कि लाइव वीडियो में भी किसी आत्मघाती गतिविधि को पहचान सकती है।

खतरा पहचानने पर क्या होता है?

अगर किसी पोस्ट या वीडियो में आत्महत्या का संकेत मिलता है, तो यह तकनीक Meta की सुसाइड प्रिवेंशन टीम को सूचित करती है। यह टीम स्थिति का आकलन कर स्थानीय पुलिस या आपातकालीन सेवाओं को अलर्ट करती है। इसके अलावा, व्यक्ति को सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर और संसाधन भी उपलब्ध कराए जाते हैं।

इस तकनीक की अहमियत

आज के समय में कई लोग अपनी परेशानियों को साझा नहीं कर पाते। इस तकनीक ने अनगिनत जिंदगियां बचाई हैं, क्योंकि यह उन संकेतों को पहचानती है जिन्हें इंसान अक्सर अनदेखा कर देता है। जब भी कोई खतरे में हो, यह तकनीक तुरंत प्रतिक्रिया करती है।

आप भी कर सकते हैं मदद

यदि आपको किसी का पोस्ट या वीडियो चिंताजनक लगे, तो इंस्टाग्राम और फेसबुक पर इसे रिपोर्ट करें। आपकी सतर्कता किसी की जान बचा सकती है। Meta की यह पहल समाज में सकारात्मक बदलाव लाने और मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।